तोरपा. रोन्हे से जिलिंगबुरु जाने के रास्ते पर स्थित नाला पर पुल का निर्माण होगा. डीपीआर बनाने का काम पूरा हो गया और विभागीय स्वीकृति भी मिल गयी है. जल्द ही पुल निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. रोन्हे से जिलिंगबुरु जाने के रास्ते पर स्थित नाला पर बना पुल पांच वर्ष पूर्व ही बरसात में बह गया है. ग्रामीणों ने श्रमदान से इसकी कई बार मरम्मत की. यह बरसात में नहीं टिक पाया. ग्रामीणों के अनुसार नाला में सालों भर पानी जमा रहता है. इससे वाहनों का आवागमन गांव तक नहीं हो पता है. लोग किसी तरह पैदल नाला पार कर गांव तक पहुंच पाते हैं. बरसात के दिनों में नाला पार करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में बरसात में जिलिंगबुरु गांव की स्थिति टापू जैसी हो जाती है.
रोगियों और गर्भवती महिलाओं को ज्यादा परेशानी
नाला पर पुल नहीं होने से सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं और रोगियों को होती है. अस्पताल लाना मुश्किल हो जाता है. स्वास्थ्य केंद्र नहीं ला पाने के कारण 30 नवंबर को एक गर्भवती महिला का प्रसव गांव में ही कराया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम पैदल ही गांव तक पहुंची और महिला का प्रसव कराया. इसकी जानकारी होने के बाद बीडीओ नवीन कुमार झा कर्मचारियों के साथ नाला का निरीक्षण किया. आरसीडी को जल्द पुल निर्माण की दिशा में कार्रवाई करने को कहा था.
प्रभात खबर उठाता रहा है मामला :
रोन्हे से जिलिंगबुरु रास्ते पर पुल नहीं होने से ग्रामीणों को हो रही परेशानियों से संबंधित खबर प्रभात खबर प्रमुखता से छापता रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है