सतीश शर्मा, तोरपा
तोरपा विधानसभा सीट पर भाजपा अपना पुराना प्रदर्शन नहीं दोहरा पायी. वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में मिले वोट से भी कम वोट इस चुनाव में भाजपा को मिला. हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के दौरान तोरपा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को मिले वोट से भी कम वोट मिला. जबकि झामुमो अपने वोट बढ़ाने में कामयाब रहा. इस चुनाव में भाजपा के कोचे मुंडा को कुल 40240 वोट मिले. जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के कोचे मुंडा को कुल 43482 वोट मिले थे. जो वर्तमान में मिले मत से 3242 वोट ज्यादा है. इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को तोरपा विधानसभा क्षेत्र से 43840 वोट मिले थे. इस चुनाव में मतदाताओं की संख्या भी बढ़ी थी बावजूद इसके भाजपा के मतों में कमी आयी.झामुमो ने बढ़ाया अपना मत :
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो को कुल 33852 वोट मिले थे. इस बार झामुमो ने कुल 80887 मत लाकर सबको चौंका दिया. झामुमो ने अपने मतों में 47035 मतों की बढ़ोतरी की.बागियों का नहीं चला जलवा :
इस चुनाव में भाजपा और महागठबंधन के बागी प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में थे. भाजपा नेता शिवराज बड़ाइक बागी उमीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. भाजपा नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी पर वह नहीं माने. मतदान के दो दिन पूर्व उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की. उन्हें मात्र 785 वोट मिले. इसी प्रकार कांग्रेस नेता पुनीत हेमरोम भी चुनाव लड़ा. उन्हें 553 वोट मिले.तीसरे स्थान पर रहा नोटा :
तोरपा सीट पर नोटा तीसरे स्थान पर रहा. नोटा को कुल 3046 वोट मिले. इस सीट पर चुनाव लड़े भाजपा व झामुमो उम्मीदवार को छोड़कर प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले. झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के विल्सन भेंगरा को 2832 वोट, बसपा की सावित्री देवी को 1278 वोट, झापा के कुलन पतरस आईंद को 1202, अबुआ झारखंड पार्टी के रिलन एमन होरो को 324, समरोम गुड़िया को 306, पूर्व विधायक पौलुस सुरीन की पत्नी अनीता सुरीन को 940, पुनीत हेमरोम को 553, बिनोद कुमार बड़ाइक को 595, ब्रजेंद्र हेमरोम को 2356 व शिवराज बड़ाइक को 795 वोट मिले.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है