कोरोना इम्पैक्ट : खूंटी (चंदन कुमार) : कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) की रोकथाम के मद्देनजर 31 जुलाई, 2020 तक राज्य में लाॅकडाउन जारी है. इसका असर एक महीने तक चलने वाले श्रावणी मेले पर भी पड़ गया है. सोमवार से शुरू होना वाला श्रावणी मेला के तहत खूंटी के अंगराबारी स्थित आम्रेश्वर धाम में मेला नहीं लगेगा. इस दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिलेगी.
छोटानागपुर के मिनी बाबा धाम के रूप में प्रसिद्ध बाबा आम्रेश्वर धाम में 50 साल के इतिहास में पहली बार सावन महीने में भक्त भगवान भोलेनाथ का दर्शन नहीं कर सकेंगे. आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति ने सरकार के निर्देश के अनुसार मंदिर के दरवाजे नहीं खोलने का निर्णय लिया है.
पूरे सावन महीने में आम्रेश्वर धाम मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिलेगी. इस दौरान मंदिर में जलाभिषेक करने, पूजा- अर्चना करने और बाबा भोलेनाथ का दर्शन करने पर भी प्रतिबंध रहेगा. प्रबंध समिति की ओर से मंदिरों की घंटियों को भी कपड़े से बांध कर ढक दिया गया है. मंदिर में सिर्फ पुजारी ही आरती और पूजा कर सकेंगे.
आम्रेश्वर धाम के कार्यालय प्रभारी सत्यजीत कुंडू ने बताया कि सुबह और शाम होने वाली आरती का फेसबुक पर लाइव दर्शन कराया जायेगा. सावन का महीना होने के कारण कई भक्तों के पहुंचने की संभावना है. ऐसी स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन से सुरक्षा-व्यवस्था के लिए पुलिस बल की मांग की गयी है.
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर देवघर में श्रावणी मेला का आयोजन नहीं करने का निर्णय हेमंत सरकार ने लिया है. साथ ही आगामी 31 जुलाई, 2020 तक धार्मिक स्थलों पर पूजा- अर्चना की अनुमति नहीं दी गयी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर में श्रावणी मेला आयोजित नहीं करने को लेकर बाबा बैद्यनाथ से क्षमा भी मांगी है.
Posted By : Samir ranjan.