खूंटी में कटहल प्रोसेसिंग यूनिट का उदघाटन
अब यहां के कटहल की यहीं प्रोसेसिंग की जायेगी. जिससे जिले के किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी.
प्रतिनिधि, खूंटी खूंटी जिले में बड़ी मात्रा में कटहल की पैदावार होती है. खूंटी में होनेवाले कटहल का बड़ा हिस्सा दूसरे प्रदेशों में चला जाता है. अब यहां के कटहल की यहीं प्रोसेसिंग की जायेगी. जिससे जिले के किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी. इसके लिए खूंटी के कदमा स्थित एफसीआइ गोदाम में आकांक्षी जिला के तहत कटहल प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की गयी है. उपायुक्त लोकेश मिश्र ने शुक्रवार को कटहल प्रोसेसिंग यूनिट का उदघाटन किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में खूंटी जिले के कटहल की मांग शहरों में बढ़ रही है. कटहल में लगभग सभी प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं. खूंटी में कटहल प्रोसेसिंग यूनिट के चालू हो जाने से जिले के युवक-युवतियों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. क्षेत्र के कटहल उत्पादकों को लाभ होगा. कटहल खाने के प्रेमियों के लिए अब लोगों के लिए सालों भर कटहल उपलब्ध हो सकेगा. मौके पर उप विकास आयुक्त श्याम नारायण राम, एसडीओ अनिकेत सचान, बीडीओ ज्योति कुमारी सहित अन्य उपस्थित थे. बिहार, बंगाल से लेकर नेपाल तक होती है कटहल की आपूर्ति खूंटी जिले के कटहल की आपूर्ति झारखंड, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल, बिहार व नेपाल तक की जाती है. अलग-अलग दिनों में लगने वाली साप्ताहिक हाटों में दूसरे स्थानों के व्यापारी पहुंचकर थोक भाव में कटहल की खरीदारी करते हैं. कुछ व्यापारी तो गांव जाकर पेड़ पर लगे सभी कटहलों को खरीद लेते हैं और उन्हें दूसरे राज्यों की मंडियों में बेचते हैं. कटहल उत्पादन आज भी यहां के लोगों की आय का बड़ा जरिया है. जिले में मार्च माह तक पेड़ों में फसल आने शुरू हो जाते हैं. इस वक्त नई सब्जी के रूप में मंडी में कटहल की काफी मांग रहती है. मई तक कटहल बड़ा आकार को होता है. इसकी भी खूब मांग रहती है. पके हुए कटहल की भी काफी मांग रहती है. पूर्व में जिले में किसी प्रकार के प्रोसेसिंग यूनिट नहीं होने के कारण बिचौलिये औने-पौने दामों में कटहल खरीद कर ले जाते थे.
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