Jharkhand Election 2024: खूंटी विधानसभा सीट पर BJP का कब्जा, लेकिन पलायन और नियोजन की समस्या बरकरार
Jharkhand Election 2024: आजादी के बाद हुए देश के पहले चुनाव में झारखंड पार्टी ने खूंटी विधानसभा सीट जीती थी. उसके बाद से लगातार तीन बार खूंटी से झारखंड पार्टी के ही विधायक चुने गये.
Jharkhand Election 2024, खूंटी : भगवान बिरसा मुंडा व मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की धरती खूंटी विवादित पत्थलगड़ी, नक्सलवाद, उग्रवाद, और अफीम की अवैध खेती से लेकर खेल प्रतिभाओं तक को लेकर चर्चित रही है. अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित खूंटी विधानसभा में खूंटी शहरी क्षेत्र, खूंटी ग्रामीण, मुरहू प्रखंड व कर्रा प्रखंड की 13 पंचायतें शामिल हैं. 1951 में गठित खूंटी विधानसभा सीट पर पिछले 25 वर्षों से भाजपा के नीलकंठ सिंह मुंडा का कब्जा है.
झारखंड गठन के बाद पहले चुनाव में झारखंड पार्टी ने जीती थी खूंटी सीट
आजादी के बाद हुए देश के पहले चुनाव में झारखंड पार्टी ने खूंटी विधानसभा सीट जीती थी. उसके बाद से लगातार तीन बार खूंटी से झारखंड पार्टी के ही विधायक चुने गये. कांग्रेस ने झारखंड पार्टी से खूंटी सीट 1967 में छीनी थी. इसके बाद राज्य गठन तक एक बार छोड़ कर लगातार खूंटी पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा. वर्ष 2000 तक खूंटी से कांग्रेस के सात विधायक विधायक चुने गये. 1977 में जनता पार्टी ने कांग्रेस को हरा कर चुनाव जीता. लेकिन, अगले चुनाव में फिर से कांग्रेस प्रत्याशी विजय हुए. राज्य गठन के बाद वर्ष 2000 से भाजपा के नीलकंठ सिंह मुंडा अब तक लगातार पांच बार खूंटी पर विजयी पताका फहरा रहे हैं. वह 1985 से लगातार तीन बार विधायक रहीं कांग्रेस की सुशीला केरकेट्टा को हरा कर विधायक बने थे.
समस्या जस की तस
समस्या जस की तस है. पिछले 25 वर्षों में खूंटी का कितना विकास हुआ है, यह जगजाहिर है. पलायन, नियोजन की समस्या अब भी बरकरार है. रोजगार के अभाव में लोग दूसरे राज्यों में काम करने जा रहे हैं. शिक्षा के नाम पर एकमात्र बिरसा कॉलेज है. आदम जमाने से शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव नहीं हो रहा है. नॉलेज सिटी की परिकल्पना पूरी नहीं हुई. रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय को दूसरी जगह ले जाया गया और स्थानीय विधायक मुंह ताकते रहे. छोटे उद्योग पूरी तरह से बंद हो गये हैं.
दिलीप मिश्र
खूंटी को बनाया आदर्श विधानसभा क्षेत्र
खूंटी के विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि पिछले 25 वर्ष से जनता के लिए काम कर रहा हूं. क्षेत्र का विकास किया. खूंटी को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाया. गांव-टोलों तक बिजली पहुंचायी. सड़क और पुल-पुलिया का निर्माण कराया. शहर में और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल को लेकर काम किया. डोंबारी बुरू और एटकेडीह में पहुंच पथ का निर्माण व सौंदर्यीकरण किया. 2500 से अधिक तालाब-डोभा बनवाये. खेल, शिक्षा, युवा और महिलाओं के लिए काम किया.
जनता को ठगने का काम किया
गत विधानसभा चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे झामुमो के सुशील पहान ने कहा कि नीलकंठ सिंह मुंडा को खूंटी की जनता ने 25 वर्षों तक प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया. लेकिन, उन्होंने केवल जनता को ठगने और लोगों की मजबूरी का लाभ उठाने का काम किया है. उन्होंने केवल अपना और अपने परिवार का विकास किया. जनता के मुद्दों पर कभी भी ठोस काम नहीं किया. वे सिर्फ पुल-पुलिया और सड़क निर्माण को ही विकास मानते हैं. उन्होंने खूंटी के लिए अलग से कोई भी योजना नहीं लायी.खूंटी की जनता बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार, कृषि की सुविधाओं के लिए जूझ रही है.
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क्या कहते हैं लोग
खूंटी विधानसभा क्षेत्र में विकास के कई कार्य हुए हैं. उद्योग के क्षेत्र में और विकास की आवश्यकता है. आने वाले समय में औद्योगिक विकास पर भी फोकस करने की जरूरत है.
मुकेश जायसवाल
खूंटी शहरी क्षेत्र की तस्वीर में खास बदलाव नहीं आया है. शहर की सड़कों का बुरा हाल है. शहरी पेयजल आपूर्ति योजना लंबे समय से पूरी नहीं हो सकी है.
-केदार महतो
खूंटी में बुनियादी सुविधाएं गांव-गांव तक पहुंची हैं. वहीं, शिक्षा के क्षेत्र में और काम करने की जरूरत है. एकमात्र बिरसा कॉलेज पर ही विद्यार्थी निर्भर हैं.
सकलदीप भगत
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