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झारखंड स्थापना दिवस पर उलिहातू पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन ने की घोषणा, अब परित्यक्त महिलाओं को भी मिलेगी पेंशन

आज देश की जनता दिल्ली का दरवाजा खटखटाने की हिम्मत रखती है. इसलिए देश में बिरसा मुंडा को सम्मान देने के लिए झुकना पड़ा. आदिवासी किसी से भीख नहीं मांगते. राज्य भी भीख में नहीं मिला है. इसके लिए लड़ना पड़ा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2021 5:33 PM

Jharkhand Sthapna Diwas 2021, खूंटी न्यूज (चंदन कुमार) : झारखंड स्थापना दिवस व धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती पर खूंटी के उलिहातू पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन ने घोषणा की कि अब परित्यक्त महिलाओं को पेंशन दी जायेगी. दो दशक में पहली बार खिलाड़ियों को नौकरी दी गयी है. युवाओं को विदेशों में पढ़ाई के लिए अनुदान दिया जा रहा है. सरकार आपका अधिकार आपके द्वार तक पहुंचाने आयी है.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आपका अधिकार आपके द्वार तक पहुंचाने के लिए आये हैं. सभी योजनाएं आप तक पहुंचायी जा रही हैं. ये योजनाएं चलती आ रही हैं इसे और अधिक बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. सरकार गाय, सुअर, बकरी पालन के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है. राज्य में बच्चे कुपोषित पैदा हो रहे हैं. इसलिए इन योजनाओं को बढ़ाया जा रहा है. घर-घर में दूध होगा. मांस मछली की व्यवस्था होगी, तो गांव के बच्चे कमजोर पैदा नहीं होंगे. ये सब नहीं होगा तो यहां का आदिवासी समुदाय बिखर जाएगा. गाय व बकरी को बेचकर गरीब बीमारियों का इलाज करते हैं. बच्चे का फीस भरते हैं. ये सब नहीं रहेगा तो दलाल और महाजनों से कर्ज लेना होगा. इसलिए इन योजनाओं को आपके बीच लाया गया है.

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सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के आदिवासी सदियों से पिछड़े हैं. आज आपके बीच का ही एक युवक समाज को दिशा दे रहा है. हम आपके लिए योजना तैयार करते हैं. जिसमें जल, जंगल व जमीन का ध्यान रखा जाता है. नौजवानों को विदेश में पढ़ने के लिए अनुदान देकर सरकार उन्हें पढ़ा रही है. खूंटी, गुमला, सिमडेगा में खिलाड़ियों की खान है. 20 वर्ष में पहली बार खिलाड़ियों को नौकरी दी गयी है. यही वजह है कि जो खेल रांची में होना चाहिए था वो खेल सिमडेगा में हुआ.

फूलो झानो योजना के तहत पेड़ के नीचे हाट बाजार में हड़िया बेच रही महिलाओं के लिए उनकी सरकार ने पूरा दरवाजा खोल रखा है. इस समाज को धीरे-धीरे खोखला करने का षड्यंत्र चल रहा है. समाज को इसका बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना होगा. हर समय बिरसा मुंडा, सिदो कान्हू जैसे लोग पैदा नहीं होंगे. आप जागरूक नहीं होंगे तो सरकार लाख प्रयास कर ले, तस्वीर नहीं बदल सकती. बिरसा मुंडा की जयंती मनाते हुए 150 वर्ष पूरे हो गए हैं. 150 वर्ष लग गए भगवान बिरसा मुंडा का नाम देश के पटल पर जाने में. आज देश की जनता दिल्ली का दरवाजा खटखटाने की हिम्मत रखती है. इसलिए देश में बिरसा मुंडा को सम्मान देने के लिए झुकना पड़ा. आदिवासी किसी से भीख नहीं मांगते. राज्य भी भीख में नहीं मिला है. इसके लिए लड़ना पड़ा है.

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सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि बिरसा मुंडा की जयंती पर सरकार ने निर्णय लिया है कि परित्यक्त महिलाओं को सरकार पेंशन देगी. कोई लाल कार्ड या बीपीएल की जरूरत नहीं होगी. संपन्न लोग स्वेच्छा से योजना का त्याग कर सकते हैं. विधवा जिस दिन विधवा होगी उसी दिन से लाभ की अधिकारी होगी. जिस महिला को पुरुष छोड़ देता है वैसी महिलाओं को भी सरकार पेंशन देगी.

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झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने खूंटी के उलिहातू में 111 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया. कोरोना में देश के अलग-अलग हिस्सों में मजदूर फंसे थे. देशभर में झारखंड पहला राज्य है जिसने मजदूरों को बस, ट्रेन और हवाई जहाज से वापस लाया. आज से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की शुरुआत कर रही है. लोगों को योजना की जानकारी नहीं है. सरकार लोगों को लोन दे रही है. पलाश ब्रांड से महिलाओं द्वारा बनाई जा रही सामग्रियों को जेल, स्कूल और अन्य जगहों पर सप्लाई कराने का निर्देश दिया. कैदियों के लिए दूसरे राज्य से अनाज खरीदना पड़ता है. आप दाल, चावल, सरसों उगाइये. आपसे खरीदने का एग्रीमेंट जिला प्रशासन करेगा. मुर्गी फार्म खोलें. सरकार द्वारा अंडा खरीदकर राज्य के बच्चे को खिलाया जाएगा.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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