पीएलएफआइ के नाम पर लेवी वसूलने वाला गोविंद मांझी गिरफ्तार, जेल
पीएलएफआइ के नाम पर गिरोह बनाकर रांची, खूंटी, चाईबासा, सिमडेगा आदि जिलों में वसूलता था लेवी
प्रतिनिधि, तोरपा :
रांची, खूंटी, चाईबासा, सिमडेगा आदि जिलों में व्यापारियों व ठेकेदारों से पीएलएफआइ के नाम पर लेवी वसूलने वाले गिरोह का सरगना गोविंद मांझी ऊर्फ राजन दा को पुलिस ने गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया. उसकी गिरफ़्तारी कर्रा थाना क्षेत्र के करमडीह जंगल से की गयी. वह तपकारा थाना क्षेत्र का रहनेवाला है. एसडीपीओ क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने गुरुवार को अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गोविंद मांझी की गिरफ्तारी से रांची, खूंटी, चाईबासा आदि जिलों में घटित कई मामलों का खुलासा हुआ है. उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक अमन कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआइ संगठन के कुछ उग्रवादी कर्रा थाना क्षेत्र के करमडीह जंगल में जुटे हैं तथा किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में है. सूचना के आलोक में एसपी ने एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने करमडीह जंगल में छापामारी कर गोविंद मांझी ऊर्फ राजन दा को गिरफ़्तार किया. उसके पास से एक देसी कट्टा, तीन गोली, दो मोबाइल फोन तथा पीएलएफआइ का पर्चा बरामद किया गया. पूर्व में कई कांडों में रहा है शामिल :
गोविंद मांझी ऊर्फ राजन दा पूर्व में हत्या, लूट सहित उग्रवादी गतिविधि से संबंधित मामले में शामिल रहा है. वह इसके पूर्व सात अलग-अलग कांड में जेल जा चुका है. तोरपा बांसटोली टोंगरी में हुए दोहरे हत्याकांड, डोड़मा तथा तपकारा बाजार में व्यापारियों से हुए लूट की घटना सहित आर्म्स एक्ट व उग्रवादी गतिविधि से संबंधित मामले में जेल जा चुका है.
टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी : गोविंद मांझी को गिरफ्तार करनेवाली टीम में एसडीपीओ क्रिस्टोफर केरकेट्टा सहित पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, कर्रा थाना प्रभारी मनीष कुमार, रनिया थाना प्रभारी विकास जायसवाल, जरियागढ़ थाना प्रभारी राजू कुमार, सब इंस्पेक्टर दीपक कांत, निशा कुमारी, जुगेश सिंह, भारत भूषण पटेल आदि शामिल थे.
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