प्रतिनिधि, खूंटी जिला प्रशासन, जिला विधिक सेवा प्राधिकार और चाइल्ड इन नीड इंस्टीट्यूट के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को सिलादोन पंचायत भवन में नशामुक्त भारत अभियान के तहत चौपाल का आयोजन किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया. चाैपाल में डालसा सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने मादक पदार्थों से जुड़ी कानूनी पहलुओं की जानकारी दी. कहा कि 18 वर्ष से कम आयु वालों को मादक पदार्थ की बिक्री करना गैरकानूनी है. अफीम, गांजा की गैर कानूनी तरीके से खेती करना दंडनीय अपराध है. हम सब का कर्तव्य बनता है कि भगवान बिरसा मुंडा की भूमि को नशामुक्त बनाये. खूंटी प्रमुख छोटराय मुंडा ने ग्रामीण क्षेत्रों में नशापान से हो रहे दुष्प्रभावों पर चर्चा की. नशापान के कारण लोगों को आर्थिक, सामाजिक, शारीरिक, मानसिक रूप से परेशानियां उठानी पड़ती है. ग्रामीण क्षेत्रों में लगनेवाले बाजार हाट, मेलों में भी नशापान के कारण व्यवधान उत्पन्न होता है. नशे के कारण बड़ी संख्या में सड़क दुर्घटनाएं हो रही है. बीडीओ ज्योति कुमारी ने कहा कि अफीम की खेती गैरकानूनी है. जो भी अफीम की खेती करेगा उस पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अल्ताफ खान ने कहा कि नशापान के कारण बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. कुपोषण का एक बड़ा कारण मादक पदार्थों का सेवन और उसकी खेती है. चौपाल में अतिथियों और ग्रामीणों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर नशे के खिलाफ ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता फैलाने की शपथ ली. कार्यक्रम को सफल बनाने में उपमुखिया रीता देवी, पंचायत सचिव जस्टिन होरो, रोजगार सेवक मनोज कुमार, नेचुरल लीडर्स, जेएसएलपीएस के रेयान, पीएलवी निर्मला देवी सहित सीनी संस्था के संजीव कुमार, रेणू टूटी, गौरामनी टूटी, माकिरण टूटी, सुषमा लकड़ा, दुर्गी कुजूर ने सहयोग किया.
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