मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की मनी जयंती
आदिवासी संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की 123वीं जयंती गितिलडीह में मनायी.
बुंडू.
आदिवासी संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की 123वीं जयंती गितिलडीह में मनायी. उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया. अध्यक्षता करम सिंह मुंडा ने की. मोर्चा के शुकदेव मुंडा ने कहा कि जल, जंगल, जमीन व खनिज पर आदिवासियों का मालिकाना अधिकार सुरक्षित रखने के लिए मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा के रास्ते बढ़ना होगा. भाकपा माले के रामेश्वर मुंडा ने कहा कि भारतीय संविधान में आदिवासियों का अधिकार सुनिश्चित करने को लेकर संविधान सभा में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ने मजबूती से अपनी बातों को रखा. संस्कृति कर्मी सानिका मुंडा ने कहा कि मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा देश के नेता थे, न कि मुंडा समुदाय मात्र के. उन्होंने देशज व लोकतंत्र की नींव रखी व अलग झारखंड राज्य के आंदोलन को जन्म दिया. मौके पर जगन मुंडा, बिरसा मुंडा, बुदू मुंडा, प्रियव्रत मुंडा, दुबराज मुंडा, गौतम सिंह मुंडा ने विचार व्यक्त किये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है