प्रतिनिधि, तोरपा
उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के दो सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया. इसमें विकास गोप और निमेश गोप शामिल हैं. दोनों कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे गांव के रहने वाले हैं. इनकी गिरफ्तारी कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे जंगल से की गयी. एक देसी रायफल, आठ एमएम का दो गोली, 7.65 एमएम का नौ गोली, दो मोबाइल फोन और पीएलएफआई का पर्चा बरामद किया गया. यह जानकारी तोरपा के एसडीपीओ क्रिस्तोफर केरकेट्टा ने सोमवार को अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि एसपी अमन कुमार को सूचना मिली थी कि पीएलएफआई के सदस्य रोन्हे जंगल में किसी घटना को अंजाम देने के लिए बैठक करने वाले हैं. उन्होंने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी क्रिस्तोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में टीम का गठन किया. टीम ने रोन्हे जंगल में छापेमारी कर पीएलएफआई के सदस्य विकास गोप व निमेश गोप को हथियार के साथ गिरफ्तार किया. तलाशी लेने पर रायफल, गोली आदि बरामद किया गया.विकास जा चुका है जेल :
गिरफ्तार विकास गोप के खिलाफ पूर्व से कर्रा थाना में आर्म्स एक्ट और 17 सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज है. दोनों मामले में वह जेल जा चुका है. फिलहाल जमानत पर छूटा था.खूंटी में हुई फायरिंग की दी जानकारी :
गिरफ्तार विकास गोप और निमेश गोप ने खूंटी में हुई फायरिंग की घटना के संबंध में जानकारी दी. बताया कि फायरिंग में होटवार जेल में बंद शिवकुमार साहू ऊर्फ चरकू और खूंटी और रांची क्षेत्र में सक्रिय पीएलएफआई के सदस्यों का हाथ है, जो फरार हैं. एसडीपीओ ने बताया कि दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की गयी.छापेमारी टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी :
पीएलएफआई सदस्यों की गिरफ्तारी में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी क्रिस्तोफर केरकेट्टा के अलावा पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, कर्रा थाना प्रभारी मनीष कुमार, रनिया थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल, जरियागढ़ थाना प्रभारी राजू कुमार, सब इंस्पेक्टर दीपक कांत कुमार समेत अनीस बारला, तालकेश्वर यादव आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है