हत्याकांड के विरोध में निकाला आक्रोश मार्च
अभियुक्त की 25 दिनों तक गिरफ्तारी नहीं होने पर आक्रोशित ग्रामिणों ने आदिवासी संघर्ष मोर्चा व भाकपा माले का विरोध
बुंडू. थाना क्षेत्र के हेसादा गांव के अपह्रत किशोर के शव की बरामदगी व अभियुक्त की 25 दिनों तक गिरफ्तारी नहीं होने पर आक्रोशित ग्रामिणों ने आदिवासी संघर्ष मोर्चा व भाकपा माले के बैनर तले आक्रोश मार्च निकाला. विदित हो कि हेसादा के 14 वर्षीय ठाकुरा मुंडा के लापता होने का बुंडू थाने में आठ अगस्त को सनहा दर्ज और 18 अगस्त को अपहरण व हत्या की संभावना पर नामजद एफआइआर किया गया था. इसके बावजूद अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं होने पर ग्रामीण आक्रोशित हैं. आक्रोश मार्च में ठाकुरा मुंडा के अपहरणकर्ता को गिरफ्तार करने, अपराधियों को संरक्षण देना बंद करने, डायन-बिसाही के नाम गांव में आतंक फैलाने वाले अपराधियों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गयी. आदिवासी संघर्ष मोर्चा के नेता सुखदेव मुंडा ने कहा कि एक आदिवासी युवक को गायब कर दिया. प्रशासन 25 दिन में न अभियुक्त को गिरफ्तार कर पायी है. मार्च में जगमोहन महतो, रामेश्वर मुंडा, लखिमनी मुंडा, पूर्णचंद्र मुंडा, कालिपद, जोगेन, गुरुवारी मुंडा, पानेश्वरी देवी, दुर्योधन मुंडा, सुमित्रा, शितला, महावीर सिंह मुंडा, शुकरू, पार्वती, डोमा, मगन, प्रधान मुंडा आदि शामिल थे.
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