प्रतिनिधि, तोरपा खूंटी लोकसभा क्षेत्र से 13 मई को हुए लोकसभा चुनाव में सात प्रत्याशियों का किस्मत इवीएम में कैद हो गये हैं. प्रत्याशियों की किस्मत के साथ-साथ क्षेत्र के विधायकों की प्रतिष्ठा भी जुड़ी हुई है. विधायक अपने-अपने क्षेत्र में अपने दल या समर्थित उम्मीदवार को बढ़त दिला पाते हैं या नहीं इसका पता तो चार मई को ही लगेगा. लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में दो पर कांग्रेस, दो पर भाजपा तथा दो पर झामुमो का कब्जा है. सिमडेगा तव कोलेबीरा में कांग्रेस के, तोरपा तथा खूंटी में भाजपा तथा तमाड़ व खरसावां में झामुमो के विधायक हैं. तमाड़ व खरसावां पर है सबकी नजरें : विगत लोकसभा चुनाव में खूंटी लोकसभा क्षेत्र के तमाड़ व खारसावां विधानसभा क्षेत्र से बढ़त हासिल कर अर्जुन मुंडा अपनी प्रतिष्ठा बचाने में कामयाब रहे थे. इस बार भी सबकी नजरें तमाड़ व खरसावां विधानसभा क्षेत्र पर है. तमाड़ में भाजपा ने 41,482 वोट से बढ़त बनायी, जबकि खारसावां में 32,881 बोट से भाजपा आगे रही. तमाड़ में भाजपा को कुल 86,352 तथा कांग्रेस को 44,870 वोट मिले. खारसावां में भाजपा को कुल 88,852 तथा कांग्रेस को 55,971 वोट मिले. इन दोनों विधानसभा में भाजपा की कुल बढ़त 74,362 वोट की रही थी. इस बार भाजपा इस क्षेत्र में अपना प्रदर्शन दुहरा पायेगी या नहीं, यह वोटों गिनती में ही पता चलेगा. खरसावां में हुई है सबसे ज्यादा वोटिंग : 2024 के लोकसभा चुनाव में खरसावां में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है. खरसावां में 78.38 प्रतिशत, खूंटी में 68.72 प्रतिशत, कोलेबीरा में 66.49 प्रतिशत, सिमडेगा में 66.75 प्रतिशत, तमाड़ में 72.35 प्रतिशत तथा तोरपा में 66.75 प्रतिशत वोटिंग हुई है. जीत-हार के आकलन में जुटे हैं लोग : चुनाव संपन्न होने के बाद राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता के साथ-साथ आमलोग भी जीत-हार के आकलन में जुट गये हैं. पान की दुकान हो या चाय की दुकान, लोग अपने-अपने तरीके से जीत-हार के समीकरण बता रहे हैं.
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