खूंटी
खूंटी के रनिया, तोरपा, जरियागढ़, कर्रा सहित अन्य क्षेत्र में बालू का अवैध उत्खनन और परिवहन धड़ल्ले से हो रही है. कांची नदी से भी अड़की के जोजोहातू, गुड़ुबेड़ा सहित अन्य इलाकों से बेरोक-टोक बालू की तस्करी की जाती है. मुरहू में भी बड़ी मात्रा में बनई नदी के कई जगहों से बालू की तस्करी की जाती है. इसके बाद भी कार्रवाई कभी-कभी ही होती है. जबकि उपायुक्त लोकेश मिश्र ने सभी अंचल अधिकारी और थाना प्रभारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. वहीं जिला स्तर पर टास्क फोर्स भी गठित है. इसके बाद भी बालू पर कार्रवाई सिर्फ लोगों की आंख में धूल झोंकने के लिए होती है. जिलास्तरीय टास्क फोर्स सिर्फ बैठक करती है. वहीं क्षेत्र के अंचल अधिकारी और थाना प्रभारी इसमें कार्रवाई में रूचि नहीं दिखाते हैं. हालांकि पांच दिन पहले खनन विभाग द्वारा किये गये कार्रवाई के बाद से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है. नहीं मिलता है सहयोग खनन विभाग को भी कार्रवाई करने में सहयोग नहीं मिलता है. वहीं दूसरी ओर बालू माफियाओं का नेटवर्क बहुत मजबूत है. जैसे ही खनन विभाग या कोई टीम छापेमारी के लिए निकलती है, क्षेत्र में बालू माफियाओं तक सूचना पहुंच जाती है. जिसके बाद बालू तस्कर अपने वाहन सहित गायब हो जाते हैं. बालू माफियाओं का नेटवर्क भी बहुत मजबूत है.
आम लोगों को बालू मिलना मुश्किल, ठेकेदारों को आसानी से मिलता है बालू
जिले में आम लोगों के लिए बालू मिलना बेहद मुश्किल हो गया है. अगर मिल भी गया तो उसकी कीमत काफी रहती है. वहीं ठेकेदारों को आसानी से बालू मिल जाता है. ठेकेदार अपने निर्माण कार्य के पास बालू डंप करके रखते हैं. इससे आम लोगों में रोष व्याप्त है.