तपकारा गोलीकांड की बरसी आज, इन आठ शहीदों को दी जाएगी श्रद्धांजलि, बंद रहेंगे पिकनिक स्पॉट

Tapkara Golikand Anniversary: दो फरवरी 2001 को खूंटी के तपकारा में गोलीकांड हुआ था. इसमें आठ आंदोलनकारी शहीद हो गए थे. हर वर्ष दो फरवरी को उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है. आज इन इलाकों में पिकनिक स्पॉट बंद रहेंगे.

By Guru Swarup Mishra | February 2, 2025 5:30 AM

Tapkara Golikand Anniversary: तोरपा (खूंटी)-दो फरवरी 2001 को हुए तपकारा गोलीकांड में शहीद ग्रामीणों को रविवार को श्रद्धांजलि दी जायेगी. तपकारा और आसपास के लोग रविवार को तपकारा शहीद स्थल पर जुटेंगे. कोयल कारो जनसंगठन के मसीहदास गुड़िया ने बताया कि डूब क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोग रविवार को तपकारा शहीद स्थल के पास हाईस्कूल मैदान में जुटेंगे. मौन जुलूस निकाला जायेगा. जुलूस तपकारा के विभिन्न मार्गों से होकर शहीद स्थल पहुंचेगी. यहां पर सबसे पहले शहीद के परिजन श्रद्धांजलि देंगे. उसके बाद वहां उपस्थित लोग शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. श्रद्धांजलि के बाद सभा का भी आयोजन किया जायेगा. शुक्रवार को कार्यक्रम की तैयारी को लेकर कोयल कारो जनसंगठन के शीर्ष कमेटी की बैठक जॉन जुरसेन गुड़िया की अध्यक्षता में हुई. इसमें कार्यक्रम की रुपरेखा को अंतिम रूप दिया गया. बैठक में सहदेव चीक बड़ाइक, अमृत गुड़िया, निकोलस कंडुलना, प्रकाश डहांगा, एरियल कंडुलना, मानुएल गुड़िया, मदन सिंह, झिरगा कंडुलना, किशोर गुड़िया, सुनील कंडुलना आदि उपस्थित थे.

बंद रहेंगे पिकनिक स्पॉट


बैठक में निर्णय लिया गया कि शहीदों की श्रद्धांजलि सभा के कारण दो फरवरी को क्षेत्र के पर्यटन स्थल पेरवांघाघ, पांडुपुरिंग और चंचलाघाघ बंद रहेंगे.

तपकारा ओपी का घेराव के दौरान हुआ था गोलीकांड


दो फरवरी 2001 को तपकारा गोलीकांड की घटना घटी थी. कोयल कारो जनसंगठन की ओर से उस दिन तपकारा ओपी का घेराव किया गया था. तपकारा ओपी के घेराव के दौरान गोलीकांड हुआ था. इसमें आठ ग्रामीण शहीद हो गये थे. इसके बाद से प्रत्येक वर्ष दो फरवरी को कोयल कारो जनसंठन की ओर से तपकारा में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाता है. एक फरवरी 2001 को तपकारा ओपी और रनिया थाना की पुलिस लोहाजिमी की ओर छपामारी के लिए गयी थी. रास्ते में कोयल कारो पनबिजली परियोजना के विरोध में आयोजित जनता कफ्यू के सिलसिले में कोयल कारो जनसंगठन ने बैरिकेडिंग लगायी थी. लौटने के दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग को हटा दिया था. इस घटना के विरोध में दूसरे दिन दो फरवरी को कोयल कारो जनसंगठन ने तपकारा ओपी का घेराव किया था. घेराव के दौरान ही गोलीकांड हुआ था. इसमें आठ आंदोलनकारी मारे गये थे. घटना के दूसरे दिन एक सिपाही का शव भी जली हुई अवस्था में तपकारा ओपी के पीछे आम बगीचा के पास से बरामद किया गया था.

ये हुए थे शहीद


जमाल खान (तपकारा), बोडा पाहन (चंपाबहा), सुरसेन गुड़िया (डेरांग), सोमा जोसेफ गुड़िया (गोंडरा), लुकस गुड़िया (गोंडरा), प्रभु सहाय कंडुलना (बेलसिया जराकेल), समीर डहंगा (बंडा जयपुर) और सुंदर कंडुलना (बनई).

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