खूंटी : सदर अस्पताल परिसर में लगभग 10 वर्ष से अधूरा पड़े 100 बेड अस्पताल भवन का निर्माण कार्य फिर से शुरू होने की आस जगी है. तत्कालीन इंजीनियर राम विनोद सिन्हा के घोटाले की दंश झेलते हुए उक्त अस्पताल का निर्माण कार्य अटक गया था. मामला कोर्ट में होने के कारण कार्य बंद था.
अब कोर्ट ने अस्पताल भवन बनाने के लिए नो ऑब्जेक्शन दे दिया है. अब जिला प्रशासन उक्त अधूरे अस्पताल भवन का निर्माण कार्य को पूरा करेगा. इससे जिला मुख्यालय में स्वास्थ्य सुविधा बेहतर होगी. फिलहाल सदर अस्पताल में 85 बेड उपलब्ध हैं. जगह कम होने के कारण पास-पास में ही बेड लगाये गये हैं.
वहीं इमरजेंसी, ओपीडी, जांच घर सहित अन्य व्यवस्थाएं अलग-अलग भवन में स्थित है. इसके कारण लोगों को परेशानी होती है. उक्त भवन का निर्माण हो जाने से सदर अस्पताल की परेशानियां समाप्त हो जायेगी.
उपायुक्त शशि रंजन ने बताया कि कोर्ट से नो ऑब्जेक्शन मिलने के बाद अब सदर अस्प्ताल का 100 बेड भवन निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है. जल्द ही निर्मित भवन का आकलन कर आगे का प्राक्कलन तैयार किया जायेगा. सदर अस्पताल के बाद अब रनिया में भी सीएचसी भवन के निर्माण के लिए नो ऑब्जेक्शन लेने का प्रयास किया जायेगा.
सिविल सर्जन डाॅ प्रभात कुमार ने बताया कि उक्त भवन का निर्माण होने से सदर असप्ताल में सुविधाएं बढ़ जायेंगी. भवन के बन जाने से सभी सुविधायुक्त जिला अस्पताल बन जायेगा. जहां मल्टीपल ऑपरेशन थियेटर, सेंट्रलाइज इमरजेंसी, चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिये अलग-अलग कमरा रहेगा. इसके अलावा भी कई सुविधाएं मौजूद रहेंगी.
Posted By : Sameer Oraon