परिवहन विभाग की चल रहा था जांच अभियान, मंत्री के प्रतिनिधियों ने रोका

कोडरमा: राज्य सरकार एक तरफ प्रदेश में कानून व्यवस्था को हाथ में लेनेवालों व प्रशासनिक कामकाज में अनावश्यक हस्तक्षेप करनेवालों पर कार्रवाई की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ जिले में सत्ताधारी दल के नेता ही इस दावे से अलग अपने नियम व कानून चलाने का प्रयास करते हैं. कुछ इस तरह का मामला बुधवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2017 12:55 PM
कोडरमा: राज्य सरकार एक तरफ प्रदेश में कानून व्यवस्था को हाथ में लेनेवालों व प्रशासनिक कामकाज में अनावश्यक हस्तक्षेप करनेवालों पर कार्रवाई की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ जिले में सत्ताधारी दल के नेता ही इस दावे से अलग अपने नियम व कानून चलाने का प्रयास करते हैं. कुछ इस तरह का मामला बुधवार को सामने आया. बागीटांड़ स्थित अस्थायी चेकनाका से गुजरने वाले वाहनों की परिवहन विभाग द्वारा की जा रही जांच को स्थानीय मंत्री के प्रतिनिधियों के दबाब में बुधवार को रोकनी पड़ी.

इससे पहले 16 घंटे की लगातार जांच के दौरान परिवहन विभाग ने पांच लाख, 23 हजार, 500 रुपये की वसूली की. लगातार चल अभियान से इस सड़क से गुजरने वाले स्टोन चिप्स लदे वाहनों को परेशानी हो गयी. जांच के दौरान स्टोन चिप्स लदे वाहन जहां-तहां खड़े होकर बिहार में प्रवेश के इंतजार में थे, लेकिन जांच अभियान जारी था. पत्थर माफिया अपने वाहनों को निकालने की जुगत में लगे थे. बाद में स्थानीय मंत्री के प्रतिनिधियों ने जांच पर विरोध जताया. मौके पर पहुंचे लोगों ने अधिकारियों से कहा कि जब सरकार द्वारा चेकनाका को पूरी तरह बंद कर दिया गया है, तो यहां जांच क्यों की जा रही है. पदाधिकारियों ने तर्क दिया कि यह जांच परिवहन विभाग द्वारा की जा रही है. वाहनों के नियमित जांच का आदेश डीसी संजीव कुमार बेसरा ने दिया है. इसके आलोक में एसडीओ सह डीटीओ प्रभात कुमार बरदियार के साथ-साथ सहायक के रूप में पणन सचिव अभिषेक आनंद, ट्रैफिक इंस्पेक्टर देवव्रत सिंह के नेतृत्व में जांच की जा रही है. पदाधिकारियों के तर्क के बावजूद प्रतिनिधियों के दवाब के कारण जांच अभियान को बीच में ही रोकना पड़ा.

राजस्व वसूली के लिए परिवहन विभाग चला रहा है अभियान : एसडीओ
एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार ने बताया कि जांच परिवहन विभाग की चल रही थी. इसके तहत ओवरलोड, हाइट, ओवरलिट, टेंपरोरी परमिट आदि की जांच की जा रही थी. इस दौरान स्टोन चिप्स लदी गाड़ियां नहीं चली. एसडीओ के अनुसार विधायक प्रतिनिधियों द्वारा विरोध जताते हुए इस मामले की जानकारी मांगी गयी, तो उन्हें भी कहा गया कि यह परिवहन विभाग की जांच है न कि चेकनाका खोला गया है. उन्होंने बताया कि चेकनाका के समीप वाहनों की जांच में आसानी होती है. यह जांच अभियान जारी रहेगा. उनके अनुसार सरकार द्वारा राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसे पूरा करने की जिम्मेवारी विभाग पर है.
नियम संगत है जांच जारी रहेगी : डीसी
डीसी संजीव कुमार बेसरा ने बताया कि जीएसटी लागू होने के बाद कमर्शियल टैक्स लेने पर रोक है. परिवहन विभाग के प्रावधान के तहत जांच पर कोई रोक नहीं लगी है. प्रदूषण, परमिट, ओवरलोडिंग व अन्य नियमों को लेकर जांच अभियान चलाने का निर्देश नियम संगत देखते हुए दिया गया है. इसमें कुछ गलत नहीं है. उन्होंने बताया कि बागीटांड़ के पास इंफ्रास्ट्रक्चर बना हुआ है. ऐसे में जांच अभियान वहां चलाया जा रहा है. दूसरे किसी भी जगह जांच अभियान चलेगा, तो इससे सड़क पर परेशानी अलग से होगी.

Next Article

Exit mobile version