मरीज की मौत के बाद गायत्री हॉस्पीटल में हंगामा, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
कोडरमा : थाना क्षेत्र के रांची-पटना रोड स्थित बाईपास पर संचालित गायत्री हॉस्पीटल में मंगलवार की शाम एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि अस्पताल के अंदर किडनी को लेकरडायलिसिस करने के दौरान लापरवाही बरती गई, जिससे मरीज की मौत हो गई.परिजनों ने शव एंबुलेंस में पड़ा […]
कोडरमा : थाना क्षेत्र के रांची-पटना रोड स्थित बाईपास पर संचालित गायत्री हॉस्पीटल में मंगलवार की शाम एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि अस्पताल के अंदर किडनी को लेकरडायलिसिस करने के दौरान लापरवाही बरती गई, जिससे मरीज की मौत हो गई.परिजनों ने शव एंबुलेंस में पड़ा होने के बावजूद अस्पताल के अंदर व बाहर हंगामा किया.
देर रात करीब आठ बजे हंगामा जारी था, जबकि मौके पर पुलिस नहीं पहुंची थी. मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई थी. अस्पताल में मृतक 56 वर्षीय सत्यनारायण यादव निवासी तिलैया बस्ती वार्ड नंबर 11 के पुत्र जय कुमार ने बताया कि उनके पिता को किडनी में समस्या थी. दो-तीन माह पूर्व उनका इलाज रांची में कराया गया था. गत माह हजारीबाग में डायलिसिस कराया गया था.
मंगलवार की शाम करीब चार बजे वे अपने पिता को पैदल लेकर ही गायत्री हॉस्पीटल पहुंचे थे. उन्हें यहां बताया गया कि अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है. यहां डायलिसिस टेक्नीशियन बम शंकर रॉय के द्वारा किया जा रहा था. इसी दौरान मशीन ऑफ हो गया. हमने जब जानकारी मांगी तो कहा गया कि सब कुछ ठीक है. कुछ देर बाद डायलिसिस के दौरान मशीन फिर ऑफ हो गया. पूछने पर बताया गया कि तकनीकि खराबी है. कुछ ही देर में उन्हें अपने पिता को लेकर रांची जाने की बात कही गई.
अस्पताल की ओर से इसके लिए एंबुलेंस बुलाने को कहा गया. उन्होंने देखा की इस दौरान उनके पिता को पंपिंग किए जाने का प्रयास हो रहा था. एंबुलेंस से पिता को लेकर वे बाद में तिलैया में स्थित दूसरे निजी क्लीनिक में गए तो बताया गया की करीब आधा घंटा पूर्व ही इनकी मौत हो चुकी है. जय ने अस्पताल प्रबंधन व तकनीशियन पर डायलिसिस में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की.
इधर, हंगामा के दौरान तकीनिशयन से हल्की मारपीट भी की गई. उससे लोगों ने तकनीशियन का प्रमाणपत्र दिखाने को कहा, पर प्रस्तुत नहीं किया गया. बिना एक्सपर्ट डाक्टर के डायलिसिस करने पर भी लोगों ने आपत्ति जताई. वहीं अस्पताल प्रबंधन व तकीनिशयन ने किसी भी प्रकार की लापरवाही बरते जाने से इंकार किया है.