राष्ट्रवाद एकता व एकात्मक वाद भाजपा का मूल मंत्र : रवींद्र राय
भाजपा के बूथ अध्यक्षों, कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय बूथ स्तरीय प्रशिक्षण शुरू सांसद, शिक्षा मंत्री ने किया संबोधित, राष्ट्रीय स्मिता व एकता को बचाना पार्टी का उद्देश्य कोडरमा : भाजपा कायकर्ताओं का कोडरमा विधानसभा बूथ स्तरीय दो दिनी प्रशिक्षण शिविर शुक्रवार को कैलाश राय सरस्वती विद्या मंदिर झुमरीतिलैया में शुरू हुआ. शिविर का विधिवत उदघाटन […]
भाजपा के बूथ अध्यक्षों, कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय बूथ स्तरीय प्रशिक्षण शुरू
सांसद, शिक्षा मंत्री ने किया संबोधित, राष्ट्रीय स्मिता व एकता को बचाना पार्टी का उद्देश्य
कोडरमा : भाजपा कायकर्ताओं का कोडरमा विधानसभा बूथ स्तरीय दो दिनी प्रशिक्षण शिविर शुक्रवार को कैलाश राय सरस्वती विद्या मंदिर झुमरीतिलैया में शुरू हुआ. शिविर का विधिवत उदघाटन सांसद डाॅ रवींद्र राय, शिक्षा मंत्री सह स्थानीय विधायक डाॅ नीरा यादव व अन्य नेताओं ने किया. प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन पार्टी कार्यकर्ताओं को पार्टी के सिद्धांत, नीति और अन्य तथ्यात्मक जानकारी दी गयी.
उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए सांसद डाॅ राय ने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. करोड़ों लोगों ने पार्टी के विचारों से प्रभावित होकर सदस्यता ग्रहण की है. भाजपा क्या है, इसे समझना जनता और कार्यकर्ताओं के लिए जरूरी है. अन्य दलों में आया राम गया राम वाली स्थिति है. भाजपा आने की प्रेरणा देती है, जाने की नहीं. यह पार्टी परिवार के समान है. भाजपा का मूल मंत्र राष्ट्रवाद, एकता व एकात्मक वाद है.
राष्ट्रीय स्मिता व एकता को बचाना पार्टी का उद्देश्य है. हमारी पार्टी की सोच सर्वधर्म समभाव की है. यहां एक-दूसरे की भावना व धारणा को सम्मान देने की परंपरा रही है. उन्होंने कहा कि सता में बैठी पूर्व की सरकारों द्वारा भ्रष्टाचार, क्षेत्रवाद, जातिवाद किये जाने के कारण लोगों का उन पर से भरोसा टूटा है.
कांग्रेस मौका परस्त राजनीति करने में माहिर रही है. उन्होंने कार्यकर्ताओं को देश की आजादी के समय कांग्रेस व कम्यूनिस्ट पार्टी की भूमिका से अवगत कराया. देश की अशांति की मुख्य वजह पाक प्रायोजित आतंकवाद को बताया. मौके पर प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी दिनेशानंद गोस्वामी, विभाग कार्यवाह सुरेंद्र सिंह व अजीत दुबे ने बूथ
अध्यक्षों को कई जानकारी दी. स्वागत भाषण निवर्तमान जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह व संचालन नितेश चंद्रवंशी ने किया.