अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाना प्राधिकार का उद्देश्य
कोडरमा बाजार: झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश के आलोक में जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा नौ सितंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है. इसमें अधिक-से-अधिक मामलों के निष्पादन के लिए सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गयी है. उक्त बातें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा […]
इस दौरान उन्होंने कहा कि विभिन्न न्यायालयों द्वारा इस राष्ट्रीय लोक अदालत में निष्पादन हेतु कुल 932 वादों को चिह्नित किया गया है. सभी वादों के पक्षकारों को इस बाबत नोटिस भेजा जा चुका है. उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाना प्राधिकार का प्रमुख उद्देश्य है. इसके लिए प्राधिकार द्वारा हमेशा कार्य किया जाता है.
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में वादों के निष्पादन के लिए कुल छह बेंचों का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से पारिवारिक मुकदमे, सुलहनीय आपराधिक मुकदमे वन विभाग, उत्पाद विभाग, विद्युत विभाग, खनन विभाग, बैंक, बीएसएनएल, दावा वाद, मापतौल, नीलाम पत्र एवं राजस्व से संबंधित मुकदमे सहित अन्य मुकदमों का निष्पादन किया जायेगा. इसके लिए विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों, बीमा कंपनियों व बैंकों के पदाधिकारियों व न्यायिक पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक भी आयोजित की जा चुकी है. चेक बाउंस से संबंधित मामलों के निष्पादन पर जोर देते हुए कहा कि लोग लंबे समय तक मुकदमा लड़ने के बजाय लेन-देन चुकता कर आपसी सुलह के आधार पर मामले का निष्पादन करा लें, ताकि न्यायालय से मुकदमों का बोझ कम हो सके. लोगों को अपने मानसिकता में बदलाव लाने की जरुरत है. उन्होंने राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक-से-अधिक मामलों के निष्पादन में सभी विभागों को सहयोग करने की अपील की. मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सूर्य मणि त्रिपाठी, न्यायाधीश प्रभारी लूसी सोसेन तिग्गा भी मौजूद थे.