शोले के वीरू की तरह रियल लाइफ में बना सीन, देखने के लिए लगी भीड़, पानी टंकी पर चढ़ा सिरफिरा, उतारने के लिए रांची से मंगानी पड़ी गाड़ी

कोडरमा: सुपरहिट फिल्म शोले जैसा सीन सोमवार की सुबह झुमरीतिलैया में देखने को मिला. यहां नशे में धुत एक सिरफिरा युवक 60 फीट ऊंची पानी टंकी पर चढ़ गया था. पुलिस प्रशासन उसे टंकी से उतारने के लिए रांची से फायर ब्रिगेड की हाइड्रोलिक मशीन वाली गाड़ी मंगानी पड़ी. युवक के टंकी पर चढ़े होने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2017 1:01 PM
कोडरमा: सुपरहिट फिल्म शोले जैसा सीन सोमवार की सुबह झुमरीतिलैया में देखने को मिला. यहां नशे में धुत एक सिरफिरा युवक 60 फीट ऊंची पानी टंकी पर चढ़ गया था. पुलिस प्रशासन उसे टंकी से उतारने के लिए रांची से फायर ब्रिगेड की हाइड्रोलिक मशीन वाली गाड़ी मंगानी पड़ी. युवक के टंकी पर चढ़े होने पर पूरा महकमा परेशान रहा. उसे नीचे उतारने के लिए मंगायी गयी गाड़ी व युवक को देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ जमी रही. आखिरकार कड़ी मेहनत के बाद सुबह करीब नौ बजे युवक को नीचे उतारा गया और सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जानकारी के अनुसार शहर के सीएच प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में पीएचइडी की पानी टंकी पर शनिवार को ही उक्त युवक नशे की हालत में चढ़ गया था. शुरुआत में किसी को इसकी जानकारी नहीं मिली. रविवार शाम को कुछ लोगों ने उसे पानी टंकी पर देखा तो उतरने के लिए बोला गया, पर वह उल्टा-पुल्टा जवाब देते रहा. ऐसे में सूचना पुलिस को दी गयी. रविवार रात को ही थाना प्रभारी कामेश्वर ठाकुर व अन्य पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे. पुलिस सफल नहीं हुई, तो एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार व अन्य मौके पर पहुंचे. युवक को नीचे से समझाने का प्रयास रात करीब 12 बजे तक जारी रहा, लेकिन सफलता नहीं मिली. ऐसे में पुलिस प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के लिए रांची मुख्यालय से संपर्क साधा. आपदा प्रबंधन के तहत झारखंड अग्निशमन विभाग से संपर्क साध कर विशेष गाड़ी मंगायी गयी. उक्त गाड़ी सुबह सात बजे तिलैया पहुंची और इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. करीब आधे घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने हाइड्रोलिक मशीन के सहारे ऊपर जाकर उक्त युवक को पहले रस्सी से बांधा और नीचे उतारा. इस दौरान वर्दी में टीम के सदस्यों को देख कर युवक हाथ जोड़ने लगा. नीचे उतारने के बाद पहले से मौजूद एंबुलेंस से युवक को सदर अस्पताल पहुंचाया गया. हालांकि युवक की पहचान नहीं हो पायी है. अस्पताल में विक्षिप्त की तरह हरकत कर रहा था. इससे पहले युवक को कुछ स्थानीय युवकों ने टंकी के ऊपर चढ़कर उतारने का प्रयास किया, पर सफल नहीं रहे. युवक का पांव भी मधुमक्खियों के छता के पास थे, जिससे खतरा बना हुआ था. मौके पर थाना प्रभारी कामेश्वर ठाकुर, सीओ अशोक राम, बीडीओ मिथलेश चौधरी, पीएचइडी के जेई सुनील कुमार, पार्षद नीरज कर्ण मौजूद थे.
गाड़ी को कैंपस के अंदर जाने में छूटा पसीना
प्रशासन के अनुरोध पर रांची के धुर्वा से होल्डिंग प्लेटफॉर्म एरियर लैडर मंगाया गया था. बताया गया कि इसकी क्षमता 42 मीटर तक ऊपर जाने की है. यह उन्नत तकनीक वाली लैडर झारखंड में सिर्फ एक है. इसकी कीमत नौ करोड़ रुपये है. इस लैडर की टीम में सेंट्रल ट्रेनिंग सेंटर के प्रभारी संजय कुमार सिन्हा, फिरोज मासूम व रमेश तिवारी थे. इनके साथ कोडरमा के प्रधान अग्निशमन चालक रामनाथ चौधरी, गौतम कुमार, सोबल कुमार बरला भी थे. इन लोगों की सूझबूझ, कौशल व संयम से युवक को उतारने में कामयाबी मिली. हालांकि, इससे पहले गाड़ी को सीएच स्कूल कैंपस के अंदर ले जाने में पसीना छूट गया. प्रवेश द्वार छोटा रहने की वजह से बड़ी मुश्किल से गाड़ी को अंदर तो ले जाया गया, पर बाहर निकालने के समय गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गयी. बाद में इसे असनाबाद में बनवाया गया.
पीएचइडी ने टंकी की नहीं की है घेराबंदी
विद्यालय परिसर में पीएचइडी द्वारा पानी टंकी का निर्माण कराया गया है. उक्त टंकी की घेराबंदी नहीं की गयी हे. टंकी पर चढ़ने के लिए बनी सीढ़ी से कोई भी ऊपर चढ़ सकता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि अक्सर टंकी पर बच्चे या फिर नशेडी युवक चढ़ जाते हैं. यही नहीं सीएच मैदान में कोई बड़ा आयोजन होने पर कुछ युवक ऊपर चढ़कर सेल्फी तक लेते हैं. पार्षद नीरज कर्ण ने काफी पहले टंकी की चहारदीवारी कराने की ओर विभाग का ध्यान पहले आकृष्ट कराया था.

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