श्रीराम फाइनेंस कंपनी में लूटकांड का खुलासा, चार अपराधी गिरफ्तार
कोडरमा: सामंतो पेट्रोल पंप के सामने स्थित श्रीराम फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में हुई लूट की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस वारदात में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से एक देसी कट्टा, तीन 3.15 का जिंदा कारतूस, एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
September 14, 2017 1:55 PM
कोडरमा: सामंतो पेट्रोल पंप के सामने स्थित श्रीराम फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में हुई लूट की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस वारदात में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से एक देसी कट्टा, तीन 3.15 का जिंदा कारतूस, एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में कल्याणपुर थानांतर्गत फतेहपुर (गया, बिहार) निवासी सतीश मांझी उर्फ जितेंद्र, दशरथ मांझी उर्फ भुटका, विमलेश राजवंशी व सहरपुरा थानांतर्गत राजधनवार (गिरिडीह) निवासी बबलू मोदी शामिल हैं.
उक्त जानकारी पुलिस अधीक्षक एसके झा ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में दी. एसपी के अनुसार इस लूटकांड में फाइनेंस कंपनी का कर्मी रिलेशन शिप एक्सक्यूटिव बबलू मोदी भी शामिल था. वही अपराधियों को जानकारी दे रहा था. बबलू ने ही वहां पर पुलिस के नहीं होने की जानकारी दी थी. ऐसे में उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है. एसपी ने बताया कि सात सितंबर को दोपहर दो बजे फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में करीब पचास हजार रुपये की लूट हुई थी. घटना पुलिस के लिए चुनौती का विषय था.
ऐसे में कांड के उद्भेदन के लिए विशेष टीम का गठन कर छापामारी शुरू की गयी. टीम में शामिल एसडीपीओ अनिल शंकर, थाना प्रभारी कामेश्वर ठाकुर, कोडरमा थाना प्रभारी आनंद मोहन सिंह, इंस्पेक्टर राजवल्लभ पासवान, एसआइ एलबी प्रसाद, अब्दुल रव्वानी, रूपेश दयाल सिंह, सुनील ठाकुर, विनोद कुमार, धर्मेंद्र देव ने बिहार के औरंगाबाद, गया, नवादा, फतेहपुर, रजौली, आमस, शेरघाटी में लगातार 15-20 ठिकानें पर छापामारी की. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शुरू हुई जांच में सबसे पहले दशरथ मांझी को पकड़ा गया. उससे हुई पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया. इसके बाद सतीश मांझी व विमलेश को गिरफ्तार किया गया. सभी अपराधी दशरथ मांझी के उरवां चंदवारा स्थित ससुराल में शरण लिए हुए थे. दशरथ मांझी के पास लोडेड पिस्टल बरामद हुआ. घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल (नंबर बीआर-02एबी-3742) भी जब्त की गयी है. फरार चल रहे तीन-चार अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रयास किया जा रहा है.
बबलू के पास से 20,435 रुपये बरामद, चल रही जांच
गिरफ्तार बबलू मोदी के पास से पुलिस ने नकद 20 हजार 435 रुपये बरामद किया है. पुलिस अभी जांच कर रही है कि उक्त पैसा लूट का है, या फिर बबलू का है. हालांकि, पूछताछ में बबलू ने इसे अपना बताया है. एसपी के अनुसार बरामद नोटों का मिलान फाइनेंस कंपनी से कराया जायेगा. इसके बाद ही इस पर निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा.
गुड्डू मियां पर सीसीए लगाने की होगी अनुशंसा
एसपी ने बताया कि कुख्यात अपराधी गुड्डु मियां पुलिस को कई मामलों में वांछित था. उसने शहर में एसएस ज्वेलर्स में भी लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इसके अलावा गया में भी बड़ी लूट की वारदात को उसने अंजाम दिया है. इसके अलावा उसके ऊपर कई मामले दर्ज हैं. पुलिस के दबाव में उसने सरेंडर तो कर दिया है, पर पुलिस जल्द ही उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. उन्होंने बताया कि गुड्डू मियां के विरुद्ध सीसीए लगाने की अनुशंसा की जायेगी. एसपी के अनुसार गिरफ्तार अपराधियों में अधिकतर आपराधिक छवि के हैं. इनके बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की जा रही है.
लूट में शामिल थे आठ-नौ अपराधी
एसपी ने बताया कि लूटकांड गिरोह का मुख्य सरगना फिलहाल गुड्डू मियां निवासी माइका नेट के होने की जानकारी मिली है. उसने पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण बीते दिन अदालत में सरेंडर कर दिया है. पूरी वारदात में आठ-नौ अपराधी शामिल थे. सभी पहले उरवां में जमा हुए और वहां से तिलैया बाजार का रेकी करते हुए हिरोडीह रेलवे स्टेशन पहुंचे. वहां पर बैठ कर सभी ने पहले शराब पी और फिर वापस आया तो देखा कि अधिकतर जगहों पर पुलिस की तैनाती है. ऐसे में फाइनेंस कंपनी के स्टाफ से संपर्क कर वहां घुस गये और लूटपाट शुरू कर दी.
लूट में 80 लाख रुपये मिलने की थी संभावना
एसपी के अनुसार अपराधियों ने तिलैया के विभिन्न बड़े बैंकों की रेकी की थी और बड़ी वारदात को प्रोफेशनल तरीके से अंजाम देने की तैयारी में थी, पर पुलिस की सक्रियता व अधिकतर जगहों पर फोर्स तैनात रहने के कारण अपराधी अपने मंसूबे में पूरी तरह कामयाब नहीं हो सके. सतीश मांझी ने अपने बयान में स्वीकार किया है कि शहर में बैंक लूटने की योजना बनायी गयी थी. इसमें 80 लाख रुपये मिलने की संभावना थी, पर बैंकों में काफी फोर्स रहने के कारण ऐन मौके पर इरादा बदल दिया. उन्होंने बताया कि बबलू मोदी फाइनेंस कंपनी के साथ ही अन्य जगहों की सूचनाएं दे रहा था.