कोडरमा : जिला भू-अर्जन कार्यालय के सहायक सह नाजिर नवलेश कुमार को उपायुक्त संजीव कुमार बेसरा ने बर्खास्त कर दिया है. नाजिर को बर्खास्त करने से संबंधित आदेश उपायुक्त ने शुक्रवार को जारी कर दिया. वर्ष 2016 में रेलवे की जमीन अधिग्रहण के बदले लाभुकों को मुआवजा देने में कमीशनखोरी का आरोप मामले में डीसी ने नाजिर को बर्खास्त करने की बड़ी कार्रवाई की है.
इससे पहले आरोप सामने आने व गिरफ्तारी होने पर नाजिर नवलेश को निलंबित किया गया था. भू-अर्जन का मुआवजा देने के बदले भारी भरकम कमीशन लेने के आरोप में इस तरह की बड़ी कार्रवाई पहली बार हुई है. इस पूरे मामले में राज्य सरकार ने आरोपों में घिरे तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी शारदा नंद देव को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई चलाने का निर्देश दिया था. अब नाजिर को बर्खास्त करने के बाद इस तरह की कार्रवाई अन्य पर होने की आशंका से हड़कंप मचा हुआ है. जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (निगरानी) की टीम ने सात जनवरी 2016 को जिला भू-अर्जन कार्यालय में छापेमारी की थी.
टीम ने कार्यालय के सहायक सह नाजिर नवलेश कुमार को पहले हिरासत में लिया था. इसके बाद जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय व सहायक के सुंदर नगर स्थित आलीशान मकान में भी घंटों जांच की गयी थी. उस दिन जिला मुख्यालय में भू-अर्जन पदाधिकारी शारदानंद देव से भी पूछताछ की गयी थी. यही नहीं टीम ने कोडरमा स्थित बैंक आॅफ इंडिया की शाखा व एक्सिस बैंक की शाखा में भी छापेमारी कर जानकारी ली थी. पूरा मामला कोडरमा-हजारीबाग रेल लाइन बिछाने में चंदवारा में जा रही जमीन के बदले दिये जानेवाले मुआवजे में लाखों का कमीशन लेने का था.
कमीशन की राशि छह से सात करोड़ रुपये सामने आयी थी. बाद में 26 फरवरी 2016 को निगरानी ने इस मामले में नाजिर नवलेश व बीओआइ के शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार किया था, जबकि भू-अर्जन पदाधिकारी व एक अन्य बैंक के शाखा प्रबंधक की गिरफ्तारी बाद में हुई थी.