हड़ताल पर रहे डॉक्टर, मरीज परेशान
सदर अस्पताल में ठप रहा ओपीडी, मरीज हुए परेशान कोडरमा बाजार : नेशनल मेडिकल काउंसिल बिल के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर जिले भर के सरकारी व निजी चिकित्सक मंगलवार को एक दिनी हड़ताल पर रहे. चिकित्सकों के हड़ताल पर रहने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी. दूर-दराज से इलाज के लिए सदर […]
सदर अस्पताल में ठप रहा ओपीडी, मरीज हुए परेशान
कोडरमा बाजार : नेशनल मेडिकल काउंसिल बिल के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर जिले भर के सरकारी व निजी चिकित्सक मंगलवार को एक दिनी हड़ताल पर रहे. चिकित्सकों के हड़ताल पर रहने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी. दूर-दराज से इलाज के लिए सदर अस्पताल आये मरीज परेशान रहे. इन मरीजों को बिना इलाज के वापस लौटना पड़ा.
हालांकि, सदर अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर इमरजेंसी सेवा बहाल रही. हड़ताल के कारण ओपीडी ठप रहने से मरीजों को काफी परेशानी हुई. झासा के संयुक्त सचिव सह सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ शरद कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को रद्द कर नेशनल मेडिकल काउंसिल बिल बनाने की तैयारी की जा रही है.
यह बिल जन विरोधी है. इससे न सिर्फ इलाज महंगा होगा, बल्कि इस बिल केआने से मेडिकल कॉलेजों पर सरकार का नियंत्रण भी खत्म हो जायेगा. नये मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए कोई कठिन प्रक्रिया नहीं रहेगी. यह बिल प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की जुबान बोलने लगेगी. मात्र 40 प्रतिशत सीटों पर ही सरकार फीस निर्धारित कर पायेगी, जबकि 60 प्रतिशत सीटों पर मैनेजमेंट के द्वारा ही फीस का निर्धारण किया जायेगा.
इससे चिकित्सा शिक्षा महंगी हो जायेगी. गरीब घरानों के बच्चों का मेडिकल कॉलेज में नामांकन कठिन हो जायेगा. डॉ शरद ने कहा कि उक्त बिल को रद्द करने तथा मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को बरकरार रखने के लिए आइएमए के आह्वान पर जिले के चिकित्सक आंदोलनरत हैं. मौके पर सिविल सर्जन डॉ बीपी चौरासिया, डॉ शरद कुमार, डॉ अजय कुमार सेठ, डॉ प्रवीण कुमार, डॉ अमरेंद्र कुमार, डॉ अलंकृता मंडल, डॉ शालिनी टोप्पो, डॉ आरजेपी सिंह आदि मौजूद थे.