कोडरमा : जेवीएम सुप्रीमो सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष शंकर यादव के परिजनों से मिलने के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि जब 3-4 महीने पूर्व शंकर यादव पर खादान के समीप जानलेवा हमला किया गया था.
उसी वक्त घटना में शामिल अपराधियों को पकड़ लिया जाता तो शायद ऐसी घटना नहीं हो पाती. उन्होंने कहा कि जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया, उससे साफ जगजाहिर होता है कि अपराध करने वाला बहुत ही प्रशिक्षित होकर घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन चाहता तो ऐसी घटना को रोक सकता था, लेकिन प्रशासन ने बहुत बड़ी चूक कर दी.
उन्होंने कहा पूरे मामले की जांच एसआइटी या सीबीआइ से करायी जानी चाहिए. उन्होंने घायलों की बेहतर चिकित्सा कराने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि अब सरकार को उनके परिवार की सुरक्षा की व्यवस्था अविलंब किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल चाहे कोई भी अपराधी हो उसे ढूंढ कर गिरफ्तार कर जेल भेज देना चाहिए. उन्होंने संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि राज्य में विधि-व्यवस्था बेहद खराब हो चुकी है.
उन्होंने सरकार से मांग किया कि लोगों की जान माल की सुरक्षा के लिए सरकार को मुकम्मल व्यवस्था करने की जरूरत है. इधर, झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय महासचिव खालिद खलील ने कहा कि झारखंड में अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है.
अपराधी तबके के लोग बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस नेता पर हुए जानलेवा हमले की घोर निंदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाना सरकार व प्रशासन की जिम्मेदारी है.