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झारखंड : कांग्रेस जिलाध्यक्ष हत्याकांड का मुख्य आरोपी बेंगलुरु से गिरफ्तार…जानें कैसे पकड़ाया

II विकास II कोडरमा : कांग्रेस जिला अध्यक्ष शंकर यादव की हत्या के मुख्य आरोपी मुनेश यादव को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे हवाई जहाज से लेकर कोलकाता पहुंची. देर रात पुलिस टीम के कोडरमा पहुंचने की उम्मीद है. वहीं सात अन्य आरोपियों से पूछताछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2018 6:05 AM
II विकास II
कोडरमा : कांग्रेस जिला अध्यक्ष शंकर यादव की हत्या के मुख्य आरोपी मुनेश यादव को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे हवाई जहाज से लेकर कोलकाता पहुंची.
देर रात पुलिस टीम के कोडरमा पहुंचने की उम्मीद है. वहीं सात अन्य आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर वरीय पुलिस पदाधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं. हालांकि वे दावा कर रहे हैं कि मामले का करीब-करीब खुलासा हो चुका है. एसपी शिवानी तिवारी ने बताया कि कुछ लोगों से पूछताछ चल रही है, कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है. उसके बाद ही मामले का खुलासा किया जायेगा. मंगलवार को अपराधियों ने चंदवारा थाना क्षेत्र के ढाब थाम क्षेत्र में शंकर यादव की स्काॅर्पियो को ऑटो में बम प्लांट कर स्कॉर्पियो को उड़ा दिया था. इसमें शंकर यादव व उनके निजी अंगरक्षक कृष्णा यादव की मौत हो गयी थी.
जबकि गंभीर रूप से घायल चालक धर्मेंद्र यादव का इलाज रिम्स रांची में चल रहा है. सीएम के निर्देश पर पूरे मामले की जांच एसआइटी को सौंपी गयी थी. एसआइटी की टीम ने धनबाद, रांची, हजारीबाग में छापामारी कर हत्या से जुड़े अहम सुराग तलाशे. इस क्रम में मुख्य आरोपी मुनेश यादव के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद वरीय पुलिस पदाधिकारी के निर्देश पर पुलिस की एक टीम बेंगलुरु के लिए रवाना हुई. यहां स्थानीय पुलिस के सहयोग से मुनेश यादव को गिरफ्तार किया गया.
गोली कांड के बाद से चल रहा था फरार, दबाव बढ़ा तो पुलिस ने किया गिरफ्तार
हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुनेश यादव पिछले बार हुए गोलीकांड के बाद से ही फरार चल रहा था. 24 अक्तूबर 2017 को शंकर यादव के खदान के पास आरोपी ने शंकर को गोली मारी थी.
इस मामले में चौपारण पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जबकि मुख्य आरोपी फरार चल रहा था. फरारी के दौरान ही उसने एक साजिश के तहत दोबारा शंकर यादव पर हमला किया और बम प्लांट कर हत्या करा दी. इस घटना के बाद पुलिस पर दबाव बढ़ा तो अब जाकर उसकी गिरफ्तारी हुई. ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं.

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