चिकित्सकों ने किया कार्य बहिष्कार

कोडरमा बाजार : जामताड़ा के सिविल सर्जन डॉ बीके साहा के साथ गत दिन हुए मारपीट और दुर्व्यवहार मामले को लेकर राज्य झासा के आह्वान पर जिले के सरकारी चिकित्सकों ने सोमवार को कार्य बहिष्कार किया. डाॅक्टरों ने कार्य बहिष्कार कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की. चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार के कारण सदर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2018 3:42 AM

कोडरमा बाजार : जामताड़ा के सिविल सर्जन डॉ बीके साहा के साथ गत दिन हुए मारपीट और दुर्व्यवहार मामले को लेकर राज्य झासा के आह्वान पर जिले के सरकारी चिकित्सकों ने सोमवार को कार्य बहिष्कार किया. डाॅक्टरों ने कार्य बहिष्कार कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की. चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार के कारण सदर अस्पताल समेत जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में दिन भर ओपीडी सेवा ठप रही. इससे दूर-दराज से इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को काफी परेशानी हुई.

हालांकि सदर अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी गयी थी. चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार का सबसे अधिक प्रभाव सदर अस्पताल में दिखा. यहां ओपीडी ठप रहने से दूर दराज से आये सैकड़ों मरीजों को बिना इलाज कराये मायूस होकर लौटना पड़ा. इससे बुजुर्गों और बीमार बच्चों को ज्यादा परेशानी उठाना पड़ा. झासा के संयुक्त सचिव डॉ शरद कुमार ने कहा कि यदि जामताड़ा प्रशासन शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है, तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जायेगा. मौके पर सीएस डॉ योगेंद महतो, डॉ एबी प्रसाद, डॉ आशीष कुमार, डॉ श्रद्धा, डॉ अमरेंद्र कुमार, डॉ मनोज कुमार, डॉ भारती सिन्हा, डॉ सुरेंद्र कुमार, डॉ अलंकृता मंडल व अन्य मौजूद थे.

डाॅ गोपाल प्रसाद का निधन, जताया शोक : इधर, सदर अस्पताल के डाॅक्टर गोपाल प्रसाद के आकस्मिक निधन पर झासा व आइएमए के चिकित्सकों ने शोक सभा आयोजित कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. चिकित्सकों ने डॉ गोपाल प्रसाद के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह एक अपूरणीय क्षति है.
मौके पर सीएस डॉ योगेंद महतो, आइएमए के अध्यक्ष डॉ संजीव कुमार झा, सचिव डॉ सुजीत कुमार राज, झासा के डॉ शरद कुमार डॉ आशीष कुमार, डॉ अजय कुमार, डॉ सुरेंद्र कुमार, डॉ मनोज कुमार, डीपीएम समरेश सिंह समेत कई लोग मौजूद थे. इधर, डाॅ गोपाल के निधन पर शहर के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ रमण कुमार ने शोक जताया है. उन्होंने कहा है कि डॉ गोपाल प्रसाद एक सफल चिकित्सक ही नहीं, बल्कि वे एक बेहतर इंसान भी थे. उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. वे मरीजों से एक डॉक्टर की तरह, नहीं बल्कि एक अभिभावक की तरह व्यवहार करते थे.

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