मंडल कारा के अंदर कच्चा मीट मुर्गा ले जाने से रोकने पर मिली धमकी
जेल में बंद आजसू नेता संजय यादव व अनील यादव पर मामला दर्ज
प्रतिनिधि @ कोडरमा
कोडरमा मंडल कारा में तैनात हवलदार अब्दुल मजिद को गोली से उड़ा कर मार देने की धमकी मिली है. हवलदार को यह धमकी किसी अन्य ने नहीं, बल्कि जेल में बंद बंदियों के द्वारा ही दी गयी है. जान से मारने की धमकी दिये जाने की घटना के बाद से हवलदार के मन में भय व्याप्त है. धमकी देने का आरोप मंडल कारा में बंद अनील कुमार यादव, पिता श्याम यादव, निवासी-महथाडीह व आजसू नेता संजय यादव, निवासी-नवादा बस्ती, झुमरीतिलैया पर लगा है.
इस संबंध में हवलदार के आवेदन पर कोडरमा थाना में कांड संख्या 65/18 दर्ज किया गया है. बताया जाता है कि जेल के अंदर कच्चा मीट-मुर्गा ले जाने से मना करने पर हवलदार को जान से मारने की धमकी दी गयी है. अपने आवेदन में हवलदार अब्दुल मजिद, पिता मो. हनीफ, निवासी बेलवार, थाना राजनगर, जिला मधुबनी, बिहार ने कहा है कि वह वर्तमान में मंडल कारा कोडरमा में गार्ड प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं.
उन्होंने बताया कि चार अप्रैल की सुबह नौ से 12 बजे तक उसकी ड्यूटी जेल गेट पर थी. इसी दौरान करीब 10:30 बजे चार-पांच पुरुष मंडल कारा पहुंचे और बोले की कच्चा मीट (मुर्गा का) करीब 3.5 किलो अंदर भेजना है. मीट अंदर बंद अनील यादव ने मंगवाया है उसे देना है. इस पर मैंने मीट लाने वालों को कहा कि बाहरी मीट अंदर नहीं दिया जाता है. इस संबंध में वरीय पदाधिकारी का आदेश है और यह सरकारी नियमों के विरुद्व भी है.
इसके बाद मीट लेकर पहुंचे लोग वापस चले गये. पांच अप्रैल को कैदी की पेशी के लिए कैदी वैन से लेकर हवलदार कोडरमा कोर्ट पहुंचे थे. कोर्ट से सुबह करीब 11 बजे वापस जेल पहुंचे तो सभी बंदी की जमा तलाशी ली जा रही थी. इसी समय अनील कुमार यादव ने कहा कि तुम ही हवलदार अब्दुल मजिद हो जिसने मेरे आदमी को मीट अंदर लाने नहीं दिया. आगे कहा कि होशियार हो जाओ, जब मेरा कोई सामान आयेगा तो वापस नहीं करना. हम रंगदार हैं. जेल का कोई नियम हम नहीं मानते. रंगदारी से मेरा कोई सामान आता है तो मुझे मिलना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो जेल से निकलूंगा तो गोली मार दूंगा और अगर जेल से नहीं निकला तो अपने आदमी से गोली मरवा दूंगा.
यह पूरा वाक्या ड्यूटी पर मौजूद आरक्षी हरिशचंद्र विद्यार्थी, मो. महबूब आलम, उमेश चंद्र, पशुपति कुमार, कैदी वैन के चालक हवलदार सहाबुद्दीन खां के सामने हुई. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
संजय को हर दिन जाता है बाहर का खाना, जेलर कहते हैं कोर्ट का आर्डर है
हवलदार ने अपने आवेदन में यह भी लिखा है कि मंडल कारा कोडरमा में इससे पहले भी संजय यादव का खाना बनकर प्रतिदिन बाहर से जाता है. मैंने इसे रोका तो जेल सिपाही व जेलर बोले की जाने दीजिए कोर्ट का आर्डर है. मैंने बोला की कोर्ट का कोई आदेश नहीं है और न ही इस तरह का कोई नियम है. ये बात वरीय पदाधिकारी ने बतायी है. ऐसे में इस बात को लेकर पूर्व में भी कई बार मुझे धमकी दी जा चुकी है. अब अनिल यादव ने गोली मारने की धमकी दी है तो मुझे इससे व संजय यादव द्वारा साजिश के तहत जान का डर हुआ तो मामला दर्ज करवा रहा हूं. ज्ञात हो कि जेल में बंद आजसू नेता संजय यादव पर हाल ही में सीसीए लगाया गया है.
जेल की व्यवस्था पर उठते रहे हैं सवाल
इससे पहले भी मंडल कारा कोडरमा की व्यवस्था पर सवाल उठते रहे हैं. अंदर बंद आरोपियों के बीच बाहर से सामान पहुंचाने को लेकर पैसा लेने का मामला हो या फिर मोबाइल का प्रयोग जेल के अंदर व बाहर. यह खेल खुले तौर पर संचालित होता आया है. हालांकि, बीच में इस पर पुलिस प्रशासन ने लगाम कसा, पर सूत्र बताते हैं कि इन दिनों जेल की व्यवस्था पहले से भी खराब हो गयी है. हाल ही में प्रभारी जेलर पर एक महिला सिपाही ने गंभीर आरोप लगाया था जिसके बाद उसे निलंबित करते हुए नये प्रभारी जेलर के रूप में सुबोध कुमार को भेजा गया है.
प्रवीण कु. गागराई, प्रभारी जेल अधीक्षक के मुताबिक, जेल के अंदर, बाहर से मीट-मुर्गा ले जाने का कोई नियम नहीं है. इस संबंध में जानकारी मिलने पर जेलर को इस पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है. हवलदार के द्वारा थाना में केस दर्ज कराने की जानकारी मुझे नहीं है. अगर कुछ गड़बड़ हो रहा है तो जांच करायी जायेगी.