झुमरीतिलैया : वीर कुंवर सिंह चौक पर सोमवार को बाबू वीर कुंवर सिंह का 161वां विजय उत्सव वीर कुंवर सिंह विजय उत्सव समिति के तत्वावधान में मनाया गया. बतौर मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डाॅ नीरा यादव शामिल हुई. मौके पर मंत्री ने कहा कि 17 अप्रैल 1858 को वीर कुंवर सिंह को गोली लगी थी, जिसमें उनकी बांह पूरी तरह से जख्मी हो गया था. जख्म पूरे शरीर में न फैले इसलिए उन्होंने अपना बांह काट गंगा मइया को अर्पण कर दिया था. स्वतंत्रता संग्राम में वीर कुंवर सिंह के नेतृत्व में देश भक्तों व अंग्रेज सेनापति डगलस की सेना के बीच 17 अप्रैल 1858 को नंदन गांव में युद्ध हुआ था.
गुरिल्ला युद्ध में पारंगत कुंवर ने अपनी सेना को तीन भागों में बांट कर डगलस का मुकाबला किया. संख्या में कम होने के बावजूद देशभक्त सैनिकों ने अंग्रेजों की सेना को हराया. कार्यक्रम को नगर पर्षद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रकाश राम, कार्यपालक पदाधिकारी पंकज झा व कृष्णा सिंह आदि ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह के मार्ग पर चल कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है. मौके पर अध्यक्ष छोटेलाल सिंह, उपाध्यक्ष पप्पू सिंह, कामोद सिंह, संरक्षक ललन सिंह, कोषाध्यक्ष लखन सिंह, महामंत्री राहुल सिंह, चंदन सिंह, पार्षद अनुराग सिंह, महेश सिंह, नीलू सिंह, राजेश सिंह, संदीप सिंह, बंटी सिंह, चंदन सिंह, अमिताभ सिंह, मदन मोहन गुप्ता, गिरधारी पांडेय, उमेश सिंह, क्रांति सिंह, उदय सिंह, प्रो डॉ अजय प्रताप सिंह, शिशिर सिंह, रमेश सिंह, आकाश सिंह, विनय शांडिल्य, सम्राट सिंह, राष्ट्रीय करनी सेना के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे. संचालन वीर कुंवर सिंह विजय उत्सव समिति के अध्यक्ष छोटेलाल सिंह ने किया.