खुले में शौच करने गयी बच्ची को कुत्तों ने नोंचा
डोमचांच : नवगठित नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 13 स्थित महेशपुर में खुले में शौच करने गयी एक बच्ची को कुत्तों ने नोंच कर घायल कर दिया. 15 वर्षीय अनिता कुमारी पिता बाबूलाल मेहता का इलाज सदर अस्पताल कोडरमा में किया गया. घटना रविवार सुबह करीब आठ बजे की है, पर इसकी जानकारी बाद […]
डोमचांच : नवगठित नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 13 स्थित महेशपुर में खुले में शौच करने गयी एक बच्ची को कुत्तों ने नोंच कर घायल कर दिया. 15 वर्षीय अनिता कुमारी पिता बाबूलाल मेहता का इलाज सदर अस्पताल कोडरमा में किया गया. घटना रविवार सुबह करीब आठ बजे की है, पर इसकी जानकारी बाद में सामने आयी.
खुले में शौच से मुक्त घोषित कोडरमा जिले में इस तरह की घटना के बाद प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठ गये हैं. इससे पहले भी मरकच्चो प्रखंड में खुले में शौच को गयी बच्ची को आवारा कुत्तों ने नोंच-नोंच कर मार डाला था. नये घटनाक्रम के बाद प्रशासनिक महकमे के बीच एक बार फिर हड़कंप मच गया. ओडीएफ घोषित इलाके में इस तरह की घटना की जानकारी मिलते ही वरीय अधिकारी सक्रिय हो गये. वरीय अधिकारियों के निर्देश पर सोमवार को घटना की जानकारी लेने बीडीओ नारायण राम, पार्षद नीलकंठ मेहता पीड़िता के घर पहुंचे. उन्होंने पीड़िता व माता-पिता से घटना की जानकारी ली व सामूहिक शौचालय बनवाने का आश्वासन दिया. जानकारी के अनुसार अनिता रविवार सुबह आठ बजे खुले में शौच करने के लिए घर से करीब आधा किलोमीटर दूर महेशपुर हॉल्ट के समीप गयी थी.
इसी दौरान लावारिस कुत्तों ने अनिता पर हमला कर दिया. लड़की द्वारा शोर मचाने पर आसपास के ग्रामीणों ने दौड़कर कुत्तों के झुंड से उसे बचाया. घायल अवस्था में परिजन उसे इलाज के लिए कोडरमा सदर लेकर पहुंचे. इधर, मामले की जानकारी लेने पहुंचे बीडीओ ने बताया कि इस परिवार को शौचालय योजना का लाभ क्यों नहीं मिला इसको लेकर उस समय के मुखिया व अन्य से बातचीत की जायेगी. उन्होंने बताया कि जिन घरों में शौचालय बने हुए हैं. वहां भी लोग इसका प्रयोग नहीं करते. जन जागरूकता अभियान चलाये जाने के बावजूद लोग शौचालय के प्रयोग को लेकर सजग नहीं हैं.
ओडीएफ का दावा, कई घरों में शौचालय नहीं
स्वच्छ भारत अभियान के तहत पूरे देश को खुले में शौच से मुक्त करने का अभियान चल रहा है. जिलों को जल्द से जल्द खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित करने की जिला प्रशासन के द्वारा होड़ मची हुई है. हालांकि, पूरा कोडरमा जिला पहले से ओडीएफ घोषित है, पर हजारों घरों में आज भी शौचालय नहीं हैं.
सबसे पहले ओडीएफ घोषित डोमचांच प्रखंड व वर्तमान नगर पंचायत क्षेत्र में अब भी लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं. जिस परिवार की बच्ची को कुत्तों ने नोंचा उसके यहां भी शौचालय नहीं बना है. पीड़िता की मां सोहवा देवी ने बताया कि शौचालय बनवाने को लेकर उन्होंने कई बार स्थानीय मुखिया मंजू देवी के पास गुहार लगायी, लेकिन हमारी मांग को दरकिनार कर दिया गया.
इधर, विभागीय पदाधिकारी ओडीएफ को लेकर अलग तर्क रखते हैं. उनके अनुसार पूर्व में हुए बेस लाइन सर्वे के अनुसार जिन घरों में शौचालय नहीं था वहां शौचालय का निर्माण करवाया गया. अगर इनके अलावा कोई जरूरतमंद है, तो आवेदन देने पर मनरेगा या अन्य फंड से शौचालय का निर्माण करवाया जाता है.