कोडरमा : स्वास्थ्य केंद्र में नहीं मिले डॉक्टर निजी क्लिनिकों ने किया इनकार
समय पर नहीं हुआ इलाज, घायल युवक की हुई मौत मरकच्चो (कोडरमा) : स्वास्थ्य व्यवस्था में हो रहे सुधार के दावे के बावजूद समय पर उचित इलाज नहीं मिलने से एक घायल ने रविवार की रात दम तोड़ दिया. पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के साथ ही निजी अस्पतालों की भूमिका पर भी […]
समय पर नहीं हुआ इलाज, घायल युवक की हुई मौत
मरकच्चो (कोडरमा) : स्वास्थ्य व्यवस्था में हो रहे सुधार के दावे के बावजूद समय पर उचित इलाज नहीं मिलने से एक घायल ने रविवार की रात दम तोड़ दिया. पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के साथ ही निजी अस्पतालों की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं. जानकारी के अनुसार नवलशाही थाना क्षेत्र के मरकच्चो-बरियारडीह मुख्य मार्ग स्थित लालूडीह के समीप एक पिकअप वैन की चपेट में आने से मोटरसाइकिल चालक लालूडीह निवासी 23 वर्षीय दिनेश साव (पिता कैलाश साव) गंभीर रूप से घायल हो गया.
घटना रविवार देर शाम को उस वक्त हुई जब दिनेश मोटरसाइकिल से अपने घर लालूडीह जा रहा था. इसी क्रम में सामने से आ रही पिकअप वैन ने उसे अपने चपेट में ले लिया. हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
घटना के समय उधर से गुजर रहे डगरनवां पंचायत के रोजगार सेवक जितेंद्र साहा ने आनन-फानन में घायल युवक को अपनी कार से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरकच्चो पहुंचाया, पर यहां कोई डॉक्टर के नहीं रहने से घायल युवक का प्राथमिक उपचार तक नहीं हो सका. स्वास्थ्य केंद्र में सिर्फ तीन एएनएम मौजूद थीं, जिन्होंने घायल युवक को सिर्फ कोडरमा रेफर कर दिया. सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में घायल की मां ने अपने बेटे के इलाज के लिए रास्ते में पड़ने वाले कई निजी क्लिनिकों का भी दरवाजा खटखटाया, पर प्रशासन की लगातार छापामारी के भय से क्लिनिक संचालक घायल का इलाज करने से परहेज करते रहे.
मायूस होकर मां अपने तड़पते बेटे को लेकर किसी तरह सदर अस्पताल पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. घायल ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था. अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने घायल दिनेश को मृत घोषित कर दिया.
ज्ञात हो कि स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टरों के गायब रहने का यह कोई नया मामला नहीं है. रविवार को सिर्फ इमरजेंसी सेवा होने के बावजूद कोई डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मी नहीं था. केंद्र में सिर्फ एएनएम थीं. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ हरेंद्र शर्मा से लगातार संपर्क करने का प्रयास किया गया, पर उनका मोबाइल स्विच ऑफ था.