बावजूद हजारों की भीड़ के हाथ आयी निराशा, काफी कम समस्या सुनने पर दिखी नाराजगी
प्रतिनिधि@कोडरमा बाजार
इंदरवा में रविवार को जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित जन चौपाल कार्यक्रम में शामिल हजारों की भीड़ के हाथ केवल निराशा ही आयी. कार्यक्रम शुरू होने के पहले तक लोग अपने सवालों को लेकर काफी संजीदा दिखे, मगर सीएम रघुवर दास ने मात्र सात महिलाएं व सात पुरूषों की ही समस्याओं को सुना. इससे लोगों में नाराजगी देखी गयी. कई लोग बीच कार्यक्रम में ही चले गये.
जन चौपाल में मरकच्चो की सीमा महतो ने कहा कि वह स्वयंसेवक है, मगर अभी तक जिले के स्वयंसेवकों को मानदेय नहीं मिला है. इस पर सीएम ने अविलंब भुगतान करने का निर्देश दिया. पंचखेरो जलाशय के विस्थापित सदानंद कुशवाहा ने कहा कि कार्यपालक अभियंता रघुनंदन यादव कहते है कि एक पार्टी विशेष के पक्ष में काम करोगे तब योजना का लाभ देंगे. सीएम ने डीसी को जांच का आदेश दिया.
गझंडी की एक विधवा महिला ने कहा कि उसे डेढ़ वर्ष से पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है. इस दुर्गा पूजा में उसका पुत्र मेला देखने गया था तो दबंगों ने उसे बुरी तरह पीट दिया. पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इस पर सीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए 24 घंटे के अंदर कार्रवाई करने तथा संबंधित पुलिस पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया. कांको मुखिया सुनीता गिरी ने पंचायत में कृषि सुविधा उपलब्ध कराने और स्कूल में शिक्षकों की कमी को दूर करने की मांग की.
पिंकी कुमारी बीटीटी कोडरमा प्रखंड ने कहा कि 30 दिन काम लिया जाता है, परंतु भुगतान 20 दिन का होता है. इंदरवा की एक महिला ने कहा कि कोडरमा के गरीब ढीबरा पर आश्रित हैं. इसके बावजूद प्रशासन उन्हें तंग करता है. इस पर सीएम ने कहा कि अवैध काम किसी भी हालात में नहीं होगा. उन्होंने डीसी को कहा कि किसी भी हाल में बच्चे ढिबरा नहीं चुनें. इसी तरह अन्य लोगों ने भी अपनी समस्याओं को रखा, जिस पर सीएम ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया.
इससे पहले भाजपा नेताओं के द्वारा सवाल पूछे जाने पर सीएम ने कहा कि यहां केवल आम लोग बोलेंगे. मौके पर शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव, बरकट्ठा विधायक प्रो. जानकी यादव, बरही विधायक मनोज यादव, आयुक्त सुरेंद्र कुमार, डीसी भुवनेश प्रताप सिंह, डीएफओ सूरज सिंह, एसपी एम तमिल वाणन, जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता, नगर पंचायत उपाध्यक्ष कुलवीर सलूजा, डीडीसी आलोक त्रिवेदी, एसी प्रवीण गागराई, एसडीओ केके राजहंस आदि मौजूद थे.
सीएम के हाथों नहीं हुआ ऋण परिसंपतियों का वितरण
जन चौपाल सह विकास मेला के दौरान सीएम रघुवर दास के द्वारा करीब 322 करोड़ की ऋण परिसंपतियों और योजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन/शिलान्यास होना था, मगर सीएम के द्वारा केवल योजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन/शिलान्यास ही किया गया. ऋण परिसंपतियों का वितरण किये बिना ही सीएम चले गये. डीडीसी आलोक त्रिवेदी ने बताया कि देरी होने के कारण सीएम के द्वारा ऋण परिसम्पतियों का वितरण नहीं किया गया.
हालांकि, पता चला की वहां मौजूद अधिकारियों ने लाभुकों के बीच वितरण कर दिया है. ज्ञात हो कि उक्त कार्यक्रम के दौरान 903 लाभुकों के बीच करीब 77.35 करोड़ ऋण समेत लगभग 322 करोड़ की ऋण परिसम्पतियों एवं योजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन /शिलान्यास कार्यक्रम निर्धारित था.
जन चौपाल की झलकियां
शुरुआत में अफरा-तफरी, डोमचांच बीडीओ की हालत बिगड़ी
– जैसे ही सीएम रघुवर दास ने कहा कि पीछे बैठी महिलाएं आगे आ जाएं तो कतारबद्ध बैठे लोगों में कुछ देर के लिए अफरा तफरी मच गयी. हर कोई सीएम के सामने बैठना चाह रहा था, जिससे कुछ देर के लिए कार्यस्थल पर अफरातफरी मच गयी. शिक्षा मंत्री के अपील पर लोग शांत हुए.
– कार्यस्थल पर बैठे-बैठे डोमचांच बीपीओ मनीष कुमार की हालात बिगड़ गयी. सीएम के निर्देश पर उन्हें बाहर ले जाया गया. वहीं बीच कार्यक्रम में ही कई महिलाएं चली गयीं.
– जन चौपाल में जूही दास गुप्ता समेत कई भाजपाइयों व विभागीय कर्मियों को बोलने नहीं दिया गया. सीएम ने कहा कि यहां केवल आम जनता ही बोलेंगे.