कोडरमा : झांसा देकर बैंक अकाउंट से पैसा उड़ाने के मामले में पहली बार साइबर अपराधियों व बैंकिंग सिस्टम की मिलीभगत की बात सामने आयी है. आपके बैंक खाता, उसमें रखे रुपये व मोबाइल नंबर के बारे में पूरी जानकारी साइबर अपराधियों को कस्टमर सर्विस प्वाइंट (सीएसपी) वाले आसानी से पहुंचा रहे हैं.
इसके एवज में सीएसपी संचालक साइबर अपराधियों से खाते से निकाली गयी राशि का 30% तक कमीशन लेते हैं. यह खुलासा कोडरमा पुलिस के हत्थे चढ़े देवघर के एक साइबर अपराधी ने किया है. गिरफ्तार आरोपी उमेश कुमार दास (20 वर्ष, पिता हरगौरी दास) देवघर जिले के चितरा थाना क्षेत्र के सोनातर गांव का रहनेवाला है.
उसके पास से लैपटॉप, टैब, तीन मोबाइल, एक फिंगर स्कैनिंग मशीन बरामद की गयी है. एसपी डॉ एम तमिल वाणन ने बताया कि देवघर के उक्त सीएसपी संचालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्जकी जायेगी.
एसपी ने बताया कि जामताड़ा के बाद देवघर के युवा तेजी से साइबर अपराध की राह पकड़ रहे हैं. एसपी के अनुसार, उमेश के गांव में करीब 250 लोग साइबर अपराध से जुड़े हैं. उक्त जालसाज सुबह नौ से दस बजे व शाम को चार से पांच बजे के बीच लोगों को बैंक अधिकारी बन कर फांसते हैं और पल भर में उनके खाते से पैसा गायब कर देते हैं.
एसपी ने बताया कि जयनगर जालसाजी मामले में उमेश के साथ ही उसके बड़े भाई रंजीत दास, साला पंकज दास व भतीजा विमल दास को भी आरोपी बनाया गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस टीम जब आरोपियों को गिरफ्तार करने सोनातर गांव (देवघर) गयी, तो विरोध का सामना करना पड़ा. गिरफ्तार उमेश के बड़े भाई रंजीत को लोगों ने जबरन छुड़ा लिया.
बैंक मैनेजर बन कर किया था फोन
20 अगस्त को साइबर अपराधियों ने जयनगर निवासी भीखन महतो को बैंक मैनेजर बन कर फोन किया और धोखा से एटीएम से संबंधित जानकारी ले ली. थोड़ी देर में ही उनके खाते से 21592 रुपये निकाल लिए गये. फोन पर मैसेज आते ही भीखन ने थाना में शिकायत की. इंस्पेक्टर केपी यादव, दारोगा सुधीर सिंह व अन्य ने जांच शुरू की, तो पता चला कि उक्त राशि से फ्लिपकार्ट से खरीदारी की गयी है.
कंपनी को सूचना देकर पुलिस ने ऑर्डर कैंसिल कराने का प्रयास किया, पर अपराधियों द्वारा खरीदे गये दो पंखे का डिस्पैच कर दिया गया था, जबकि 17 हजार रुपये के टीवी का डिस्पैच नहीं हुआ था. ऐसे में उसे कैंसिल कर पीड़ित के खाते में वापस राशि मंगा ली गयी.
कूरियरवाला ले रहा 20% तक कमीशन
गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि बैंक खाता से पैसा उड़ाने के बाद ऑनलाइन खरीदारी कर ली जाती है. बार-बार कूरियर से सामान आने पर किसी को शक नहीं हो और इसकी सूचना पुलिस या किसी को न दे दे, इसलिए कूरियरवाले को भी कमीशन दिया जाता है. जितने रुपये का सामान संबंधित पता पर पहुंचाया जायेगा, उसका 20% तक कूरियरवाले को देते हैं. एसपी ने बताया कि मधुपुर में संचालित उक्त कूरियर के बारे में भी जानकारी जुटायी जा रही है.
नौवीं पास है आरोपी, एक दिन में दो लाख रुपये तक की ठगी की
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार उमेश मात्र नौवीं पास है, पर साइबर क्राइम के मामले में एक्सपर्ट है. पल भर में वह बैंक की जानकारी लेकर खाते से पैसे निकाल लेता है. एक दिन में वह दो लाख रुपये तक की ठगी कर लेता था. वह फोन कर लोगों से बैंक से जुड़ी जानकारी मांगता था, जबकि दूसरे लैपटॉप पर उसका बड़ा भाई पासवर्ड डाल कर पैसे निकाल लेता था.
…देवघर के सोनातर गांव में रिमोट से खुलता है घर का दरवाजा
एसपी ने बताया कि साइबर अपराधियों की तलाश में जब पुलिस टीम सोनातर गांव पहुंची, तो वहां के युवा लेटेस्ट मोबाइल फोन से लैस दिखे. गांव में ऐसे कई घर थे जिसका दरवाजा रिमोट से खुलनेवाला है. बाहर से साधारण दिखनेवाला घर के भीतर आधुनिक सुख सुविधा के सभी सामान उपलब्ध थे.
देवघर से िगरफ्तार अपराधी ने किया खुलासा, कोडरमा पुलिस ने पकड़ा
कस्टमर सर्विस प्वाइंट (सीएसपी) संचालकों को कमीशन देते हैं साइबर अपराधी
फ्लिपकार्ट से खरीद लिए थे हजारों रुपये के सामान, पुलिस ने वापस खाते में मंगवायी राशि
गिरफ्तार उमेश के बड़े भाई रंजीत को लोगों ने जबरन छुड़ा लिया
देवघर के चितरा थाना क्षेत्र के सोनातर गांव के 200 से अधिक लोग इस गोरखधंंधे से जुड़े हैं
गुमला : 60 हजार की ठगी
गुमला. साइबर अपराधियों ने व्यवसायी ओमलाल साहू से 60 हजार रुपये की ठगी कर ली. 30 नवंबर को दीपक वर्मा नामक व्यक्ति ने फोन कर कहा कि आपके एटीएम कार्ड का रजिस्ट्रेशन करना है . आप अपना एटीएम नंबर बतायें. ओमलाल ने उसे अपना एटीएम नंबर बता दिया. इसके बाद दीपक ने कहा कि आपके मोबाइल पर एक ओटीपी नंबर आया होगा, उसे भी बतायें. इस पर ओमलाल ने उसे ओटीपी नंबर भी बता दिया. कुछ ही देर में उनके खाते से 60 हजार रुपये निकाल लिये गये.