– प्लस टू उच्च विद्यालय जयनगर की घटना, वरीय अधिकारी पहुंचे
– दोपहर 2:30 बजे विस्फोट जैसी आवाज से मचा हड़कंप, पूरी तरह जल गया शरीर
प्रतिनिधि, जयनगर (कोडरमा)
प्रखंड मुख्यालय स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय में शुक्रवार दोपहर को संदिग्ध परिस्थिति में विस्फोट के बाद आग लगने से प्रधानाध्यापक रामानुज सिंह (50 वर्ष की मौत हो गयी. घटना में प्रधानाध्यापक का पूरा शरीर बुरी तरह जल गया है. रामानुज मूल रूप से बिहार के लक्खीसराय के रहने वाले थे, पर उनका पूरा परिवार गिरिडीह में रहता है. जयनगर में पांच माह पहले पदस्थापन के बाद फिलहाल वे कोडरमा में किराये के मकान में रह रहे थे.
मौत को पुलिस प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला मान रही है, जबकि मृतक के पुत्र आकाश कुमार के अनुसार सुनियोजित साजिश के तहत उनके पिता की हत्या की गयी है. जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 2:30 बजे विद्यालय में छुट्टी के बाद प्रधानाध्यापक रामानुज सिंह अपने कार्यालय कक्ष में बैठकर कुछ काम कर रहे थे, जबकि बगल के कमरे में लिपिक सुभाष यादव, आदेशपाल बहादुर पासवान व कंप्यूटर ऑपरेटर मुकेश शर्मा डाटा इंट्री व अन्य कार्य निपटा रहे थे.
तीनों कर्मियों के अनुसार इसी दौरान अचानक कुछ विस्फोट जैसी आवाज सुनी तो दौड़कर प्रधानाध्यापक के कक्ष की ओर गये. उक्त कक्ष का दरवाजा अंदर से बंद था. ऐसे में तीनों ने धक्का मारकर दरवाजा तोड़ा. अंदर घुसे तो सामने की स्थिति देख दंग रह गये. प्रधानाध्यापक बुरी तरह झुलस कर कमरे में पड़े हुए थे और कार्यालय कक्ष का सारा फाइल व कागजात जलकर राख हो चुका था. पूरा कमरा धुएं से भरा था.
घटना की सूचना तत्काल विभाग के वरीय अधिकारियों को दी गयी. वहीं अग्नि शमन बुलाया गया तब जाकर आग पर काबू पाया गया. घटना की सूचना पाकर एसडीओ केके राजहंस, डीएसपी हेडक्वार्टर संजीव कुमार सिंह, डीइओ शिव नारायण साह, बीडीओ अमित कुमार, प्रमुख जयप्रकाश राम, सीओ विजय हेब्रम खलको, थाना प्रभारी रवि किशोर प्रसाद दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे तथा स्कूल में कार्यरत अन्य कर्मियों से घटना की जानकारी ली.
पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. इधर, आग लगने का कारणों का अभी पता नहीं लगा है. लेकिन कर्मचारियों और शिक्षकों के अनुसार न बिजली का शार्ट सर्किट हुआ है और न ही गैस फटने की बात सामने आ रही है.
पेट्रोल का डब्बा व कीटनाशक की शीशी बरामद
घटनास्थल की तलाशी के दौरान पुलिस को मौके पर कीटनाशक दवा की शीशी व पांच लीटर के गैलन में कुछ पेट्रोल बरामद हुआ है. हालांकि, जिस तरह विस्फोट की बात कही जा रही है और प्रधानाध्यापक का शरीर जला है उससे पूरा मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है. साथ ही कई सवाल भी उठ रहे हैं.
कार्यालय कक्ष में गैस सिलेंडर जैसी कोई ज्वलनशील चीज पहले से मौजूद नहीं थी. यही नहीं पुलिस जिस डब्बे में कुछ पेट्रोल बरामद करने की बात कर रही है वह कहीं से जला नहीं है और कीटनाशक दवा की शीशी भी पूरी तरह सुरक्षित है, जबकि कागजात, कुछ रिकार्ड जल गए हैं. सवाल उठ रहा है कि अगर विस्फोट होता तो इन चीजों पर भी इसका प्रभाव पड़ता.
यही नहीं बगल के कमरे में कर्मी कार्य कर रहे थे और इस तरह की घटना की भनक तक शुरुआत में नहीं लगी. घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चा भी सामने आ रही है. आत्महत्या को लेकर कोई सुसाइट नोट भी बरामद नहीं होना भी एक सवाल है. वहीं घटना के कुछ देर पहले ही कार्यालय कक्ष में एक महिला के बच्चे के साथ आने व प्रधानाध्यापक के साथ उसकी रजिस्ट्रेशन को लेकर बकझक होने की बात भी सामने आयी है.
पुत्र ने शव उठाने से पुलिस को रोका
रामानुज सिंह ने अगस्त 2018 में इस स्कूल में प्राचार्य के रूप में योगदान दिया था. इससे पहले वर्षो तक यह स्कूल प्राचार्य विहिन था. घटना स्थल पर पहुंचे पुत्र आकाश कुमार ने बताया कि जब से उन्होंने यहां योगदान दिया था तब से लगातार डिप्रेशन में रहते थे.
आकाश ने कहा कि उसके पिता ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि एक साजिश के तहत उनकी हत्या की गयी है. घटनास्थल पर से शव उठाने का पुलिस ने प्रयास किया, मगर आकाश ने कहा कि जब तक उसके परिजन नहीं आते तब तक शव यहीं रहेगा.
कोडरमा के डीएसपी संजीव कुमार सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. घटनास्थल से पुलिस ने कीटनाशक दवा की बोतल एवं पांच लीटर का गैलन में कुछ पेट्रोल बरामद किया है. जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.