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प्रभात फॉलोअप : स्‍कूल में Blast के बाद प्राचार्य की मौत मामले में दो शिक्षक समेत पांच नामजद

– पुत्र के आवेदन पर जयनगर थाना में हत्या का मामला दर्ज – घटनास्थल पर पहुंची फोरेंसिक टीम, फिंगर प्रिंट उठाया प्रतिनिधि, जयनगर (कोडरमा) प्लस टू उच्च विद्यालय पहरीडीह जयनगर के प्राचार्य रामानुज सिंह की कार्यालय कक्ष में हुई संदेहास्पद मौत के मामले में पुत्र आकाश कुमार के आवेदन पर पुलिस ने हत्या का मामला […]

– पुत्र के आवेदन पर जयनगर थाना में हत्या का मामला दर्ज

– घटनास्थल पर पहुंची फोरेंसिक टीम, फिंगर प्रिंट उठाया

प्रतिनिधि, जयनगर (कोडरमा)

प्लस टू उच्च विद्यालय पहरीडीह जयनगर के प्राचार्य रामानुज सिंह की कार्यालय कक्ष में हुई संदेहास्पद मौत के मामले में पुत्र आकाश कुमार के आवेदन पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है. दर्ज मामले में स्कूल के दो शिक्षक सुनील कुमार सिन्हा, सुनील कुमार के अलावा कंप्यूटर ऑपरेटर मुकेश शर्मा, लिपिक सुभाष यादव व आदेशपाल बहादुर पासवान को नामजद आरोपी बनाया गया है.

मामला थाना कांड संख्या 6/19 भादवि की धारा 302/120 (बी)/ 34 के तहत दर्ज किया गया है. मृतक के पुत्र आकाश ने दिये आवेदन में आरोप लगाया है कि शिक्षक सुनील कुमार सिन्हा व सुनील कुमार कुछ कर्मियों के साथ मिलकर स्कूल में लॉबिंग करते थे और विद्यार्थियों से फार्म आदि भरने के नाम पर अवैध वसूली करते थे. उनके पिता इस बात का विरोध करते थे. इस पर उन्हें कहा जाता था कि आप अपनी जान से हाथ धो बैठिएगा. पिता ने इस बात की शिकायत अपर समाहर्ता व अन्य अधिकारियों से मौखिक रूप से की थी.

आवेदन में आकाश ने कहा है कि मेरे पिता करीब छह माह पहले ही इस विद्यालय में योगदान किये थे और शुरू से ही तनाव में व परेशान रहते थे. वे कहते थे कि इस विद्यालय के कुछ शिक्षक व कर्मी अपनी लॉबी बनाकर मनमानी करने का काम करते थे. अवैध वसूली से मना करने पर ये लोग पिता के साथ दुर्व्यहार करते हुए धमकियां देते थे. आकाश ने हत्या के बाद साक्ष्य छिपाने की नीयत से जलाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है.

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हत्या या आत्महत्या के बीच में उलझी पुलिस

पुलिस ने मृतक के पुत्र आवेदन के आधार पर हत्या का मामला तो दर्ज कर लिया है, पर केस की गुत्थी पूरी तरह उलझी हुई है. मामला हत्या का है या आत्महत्या पुलिस दोनों पहलूओं पर गहन जांच कर रही है. शनिवार को फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और वहां से फिंगर प्रिंटर्स उठाये. मौके पर डीसपी संजीव कुमार सिंह, थाना प्रभारी रवि किशोर प्रसाद, फोरेंसिक एक्सपर्ट डोमचांच थाना प्रभारी विनोद कुमार, जफर सिद्दिकी व पुलिस बल के जवान मौजूद थे.

एसपी डॉ एम तमिल वाणन ने बताया कि विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट, फोरेंसिक जांच व अन्य चीजों की जानकारी सामने आने के बाद मामला पूरी तरह स्पष्ट होगा. अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता है. इधर, पुलिस ने घटना के समय प्राचार्य के कार्यालय कक्ष का दरवाजा तोड़ने वाले तीन कर्मी मुकेश शर्मा, सुभाष यादव व बहादुर पासवान व अन्य से शनिवार को घंटों पूछताछ की. चर्चा है कि आरोपी बनाये गये शिक्षकों को भी पुलिस ने थाने बुलाकर पूछताछ की. हालांकि, बाद में इन्हें बांड पर छोड़ देने की बात कही गई. अगर इनकी संलिप्तता सामने आयेगी तो पुलिस गिरफ्तार करेगी.

देर रात पहुंचे एसपी, परिजनों को समझाया

घटना के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए परिजनों ने मृतक का शव उठाने से पुलिस को रोक दिया था. ऐसे में देर रात पुलिस अधीक्षक डॉ एम तामिल वाणन भी घटना स्थल पर पहुंचे. एसपी ने शव उठाने का विरोध कर रहे मृतक के परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. सदर अस्पताल में शनिवार को मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया. बोर्ड में सर्जन डॉ आर कुमार, डॉ अमरेंद्र कुमार व डॉ सुरेंद्र कुमार शामिल थे.

यहां पोस्टमार्टम होने के बाद यह बात चर्चा में सामने आयी कि पेट में प्वाइजन का असर हुआ है. इस बात के बाद मृतक के परिजन तुरंत पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने या रिम्स में पुन: पोस्टमार्टम कराने की मांग करने लगे. ऐसे में एक बार फिर पुलिस के सामने संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी. हालांकि, सदर अस्पताल के चिकित्सकों के द्वारा समझाने के बाद परिजन शव ले गये.

चार माह से नहीं मिला था वेतन, पठन-पाठन रहा ठप

बताया जाता है कि न्यायालय के आदेश के आलोक में रामानुज सिंह ने प्लस टू उच्च विद्यालय जयनगर में चार माह पूर्व बतौर प्राचार्य योगदान दिया था. पिछले चार माह से उनका वेतन रिलीज नहीं हो सका था. वे मूल रूप से बिहार प्रदेश के लख्खीसराय जिले के सूर्यगढा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम शोभनी के निवासी थे. घटना के अगले दिन शनिवार को विद्यालय पूरी तरह बंद रहा. बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे.

सुबह नियत समय पर कुछ शिक्षक विद्यालय पहुंचे भी तो पुलिस की मौजूदगी व जांच के कारण शिक्षण व अन्य कार्य पूरी तरह ठप रखा गया. वेतन नहीं मिलने के सवाल पर डीईओ शिव नारायण शाह ने बताया कि उच्च विद्यालय के प्राचार्य खुद निकासी पदाधिकारी हैं. वे अपना वेतन खुद से निकाल सकते हैं. रामानुज दूसरे जिले से कोडरमा में आए थे. संभवत: एजी से पे स्लीप नहीं मिला होगा. इस कारण वेतन की निकासी नहीं हुई होगी.

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