12वीं भौतिकी के प्रश्नपत्र लीक होने का मामला : मात्र 22 मिनट में व्हाट्सअप से फेसबुक तक पहुंचा प्रश्नपत्र
कोडरमा : झारखंड बोर्ड 12वीं भौतिकी के प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में सोशल मीडिया की भूमिका अहम रही. पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि मात्र 22 मिनट में प्रश्नपत्र व्हाट्सअप पर वायरल होकर छात्रों तक पहुंचते हुए फेसबुक तक पहुंच गया. इस दौरान तीन जिलों के छात्रों को प्रश्नपत्र मिल गया. […]
कोडरमा : झारखंड बोर्ड 12वीं भौतिकी के प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में सोशल मीडिया की भूमिका अहम रही. पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि मात्र 22 मिनट में प्रश्नपत्र व्हाट्सअप पर वायरल होकर छात्रों तक पहुंचते हुए फेसबुक तक पहुंच गया. इस दौरान तीन जिलों के छात्रों को प्रश्नपत्र मिल गया. पुलिस टीम ने एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में तकनीकी पहलुओं की जांच करते हुए रैकेट तक पहुंचने में सफलता हासिल की.
एसपी ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद समन्वय बना कर टीम ने काम किया. मामले का खुलासा करने में हजारीबाग व गिरिडीह के डीसी व एसपी के अलावा संबंधित जगहों के एसडीपीओ, बरही डीएसपी, सरिया एसडीपीओ का पूरा सहयोग मिला. प्रेसवार्ता में एसडीओ विजय वर्मा ने बताया कि जिन-जिन लोगों द्वारा इस प्रश्न पत्र का लाभ उठाया गया है.
प्रावधान अनुकूल उन्हें दंड दिया जायेगा. इसमें छह महीने की सजा या 2000 का जुर्माना देना पड़ेगा. मौके पर जिला शिक्षा अधीक्षक शिव नारायण साह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद आदि मौजूद थे. ज्ञात हो कि प्रश्नपत्र 1:25 बजे के आसपास लीक हुआ और तिलैया के कोचिंग संचालक ने उसे 1:47 बजे फेसबुक पर अपलोड कर दिया था. जबकि परीक्षा दूसरी पाली में दो बजे से शुरू होती है.
थाना में दर्ज होगी प्राथमिकी: एसपी : एसपी ने बताया कि मामले को लेकर उच्च अधिकारियों से बातचीत चल रही है. इस पूरे प्रकरण को लेकर तिलैया थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी. इस संबंध में डीसी ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में दोषी पाये जानेवाले बच्चों की कॉपी की जांच नहीं की जायेगी.
बरही हरिजन स्कूल की भूमिका नहीं: इधर, बरही के बरसोत में संचालित राजकीय अनुसूचित जाति आवासीय उवि के सहायक शिक्षक सह छात्रावास अधीक्षक कुमार आलोक ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि प्रश्नपत्र लीक मामले में उनके विद्यालय की कोई भूमिका सामने नहीं आयी है. गत दिन उनके विद्यालय का नाम लीक से जोड़ा गया था, पर ऐसा कुछ नहीं है और न ही कोडरमा के पदाधिकारियों ने उनसे पूछताछ की थी. उन्होंने कहा कि विद्यालय में परीक्षा दे रहे छात्र एजाज के पास प्रश्नपत्र पहुंचा था. जांच के बाद उसके विरुद्ध कार्रवाई हुई है.