समस्याओं से घिरे आंगनबाड़ी केंद्र का छज्जा गिरा

झुमरीतिलैया : नगर पर्षद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर सात के आंगनबाड़ी केंद्र शिव नगर मुस्लिम टोला झलपो में बुधवार की सुबह लगभग सात बजे केंद्र का जर्जर छज्जा गिर पड़ा. इस हादसे में तीन बच्चे बाल-बाल बचे. बताया जाता है कि उक्त आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर भवन के साथ ही अन्य कई समस्याओं से जूझ रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2019 1:09 AM

झुमरीतिलैया : नगर पर्षद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर सात के आंगनबाड़ी केंद्र शिव नगर मुस्लिम टोला झलपो में बुधवार की सुबह लगभग सात बजे केंद्र का जर्जर छज्जा गिर पड़ा. इस हादसे में तीन बच्चे बाल-बाल बचे. बताया जाता है कि उक्त आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर भवन के साथ ही अन्य कई समस्याओं से जूझ रहा है.

ऐसे में यहां बच्चों की पढ़ाई, लिखाई व देखभाल की स्थिति जान जोखिम में डाल कर की जाती है. यह हाल तब है जब समस्याओं को लेकर कई बार उच्च स्तर पर शिकायत की गयी है. केंद्र की सेविका नाजरा परवीन ने बताया कि केंद्र में कुल 30 बच्चे नामांकित हैं. सुबह जब केंद्र खोला गया तो बच्चे पहुंच ही रहे थे.

तीन बच्चों ने केंद्र में प्रवेश किया ही था कि अचानक छज्जा गिर पड़ा, जिससे तीनों बच्चे बाल-बाल बच गये. सेविका ने बताया कि जर्जर भवन व पानी की समस्या को लेकर 29 सितंबर 2014 को इसकी लिखित शिकायत सीडीपीओ व स्थानीय पार्षद से की थी, मगर आज तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई. सेविका ने बताया कि केंद्र के चापानल पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. बच्चों को सहायिका रूकसाना खातून बाहर से पानी लाकर पिलाती है. केंद्र में शौचालय है, पर निर्माणाधीन है. इसमें पैन तो जरूर लगा हुआ है, पर आज तक सेफ्टी टैंक नहीं बना है.
2017 से चापानल बंद पड़ा है. ऐसे में शौचालय का भी प्रयोग नहीं हो पाता. बच्चों को शौचालय के लिए बाहर ले जाना पड़ता है. वहीं स्थानीय सुनीता सिंह ने बताया कि बच्चों को पानी पिलाने के लिए सहायिका को 500 मीटर दूर करबला के पास बच्चों को ले जाना पड़ता है. वह पिछले दो वर्षों से अपने घर से पानी लेकर बच्चों को दे रही हैं. सुरेश सिंह ने बताया कि चापानल नहीं रहने की शिकायत कई बार पार्षद से की गयी. अफजल हुसैन व ओम प्रकाश दास ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र का भवन जर्जर हो चुका है.
यही नहीं केंद्र के अंदर फर्श भी पूरी तरह खराब हो गया है. किसी तरह बच्चों को बोरा बिछाकर बैठाया जाता है. अगर शीघ्र ही इसकी मरम्मत नहीं हुई तो बारिश के मौसम में बड़ी घटना को रोका नहीं जा सकता. लोगों ने जिला प्रशासन से केंद्र में सुधार लाने को लेकर पहल करने की मांग की है.

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