छात्रावास की दशा सुधारने को लेकर जागा प्रशासन

कोडरमा : जेजे कॉलेज के पास कल्याण विभाग द्वारा बनाये गये हरिजन छात्रावास की जर्जर स्थिति की रिपोर्ट प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद प्रशासनिक महकमा शनिवार को सक्रिय नजर आया. वरीय अधिकारी के निर्देश पर कल्याण विभाग ने छात्रावास भवन की वास्तविक स्थिति व इसे ठीक करने में कितना खर्च आयेगा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 7, 2019 5:20 AM

कोडरमा : जेजे कॉलेज के पास कल्याण विभाग द्वारा बनाये गये हरिजन छात्रावास की जर्जर स्थिति की रिपोर्ट प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद प्रशासनिक महकमा शनिवार को सक्रिय नजर आया. वरीय अधिकारी के निर्देश पर कल्याण विभाग ने छात्रावास भवन की वास्तविक स्थिति व इसे ठीक करने में कितना खर्च आयेगा इसका आकलन करने को लेकर भवन निर्माण विभाग से संपर्क साधा.

कल्याण विभाग के अनुरोध पर भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर शनिवार दोपहर इस जर्जर छात्रावास का जायजा लेने पहुंचे. इस दौरान भवन का अधिकतर हिस्सा जर्जर पाया गया.
हॉल के साथ ही कमरे व अन्य जगहों पर जर्जर स्थिति देख इंजीनियरों ने भी हैरानी जतायी. यही नहीं पूरी तरह बंद हो चुके शौचालय को देख सीधे कहा कि यहां नये रूप में शौचालय बनाने की जरूरत है. इसके साथ ही टंकी भी बनानी होगी. जायजा लेने के लिए पहुंचे भवन निर्माण के सहायक अभियंता जॉन डांग, कनीय अभियंता संजय कुमार व अन्य ने फीता से हर तरफ की मापी की और इसका एस्टीमेट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की.
सहायक अभियंता ने बताया कि कल्याण विभाग द्वारा सूचना दिये जाने पर वे यहां का एस्टीमेट तैयार करने आये हैं. बहुत जल्द एस्टीमेट बनाकर विभाग को उपलब्ध करा दिया जायेगा. इसके बाद राशि की स्वीकृति मिलने पर जर्जर छात्रावास की दशा सुधारने को लेकर काम शुरू होगा. ज्ञात हो कि हरिजन छात्रावास के निर्माण के बाद से ही यह उपेक्षा का शिकार है. यहां मुश्किल से दस-बारह छात्र किसी तरह रहकर पढ़ाई कर रहे हैं.
दो कमरों में तो स्थानीय लोगों ने लकड़ी रख दिया है. शौचालय पूरी तरह खराब होने के कारण विद्यार्थी खुले में शौच जाते हैं. इसके अलावा कल्याण विभाग की ओर से बेड व अन्य सुविधाएं भी नहीं दी गयी है. इस समस्या को प्रभात खबर ने शनिवार के अंक में ‘जर्जर छात्रावास में जिंदगी गढ़ने की जंग, सुध लेने वाला कोई नहीं’ शीर्षक से रिपोर्ट प्रकाशित किया था. इसके बाद विभाग इस मामले को लेकर सक्रिय हुआ.

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