करोड़ों की लागत से बन रही सड़क निर्माण में गड़बड़ी
कोडरमा : करीब 32 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे महेशपुर चौक से मसमोहना होते हुए बगड़ो तक (नौ किलोमीटर) पथ निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है. सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग तो किया ही जा रहा है, तय मानक का पालन भी नहीं किया जा रहा है. यही नहीं […]
कोडरमा : करीब 32 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे महेशपुर चौक से मसमोहना होते हुए बगड़ो तक (नौ किलोमीटर) पथ निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है. सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग तो किया ही जा रहा है, तय मानक का पालन भी नहीं किया जा रहा है. यही नहीं इस कार्य की मॉनीटरिंग भी सही तरीके से कनीय अभियंता नहीं कर रहे हैं.
उक्त बातें इस निर्माण कार्य का जायजा लेने के बाद जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता ने कही. जिप अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने मिल रही शिकायतों के बाद सोमवार को उक्त पथ निर्माण का जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ परियोजना पदाधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण, बीडीओ मरकच्चो, पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, कनीय अभियंता भी साथ थे. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि पथ के बगल में गार्डवाल का निर्माण किया जा रहा है, पर यह निर्माण मानक रूप से न कर बड़े पत्थर का प्रयोग किया जा रहा है.
सीमेंट, बालू की मात्रा प्राक्कलन के अनुरूप नहीं मिला. जीएसपी में सफेद पत्थरों का मिश्रण व धूल अधिक मिला. ऐसे में इस पत्थर को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है. जिप अध्यक्ष के अनुसार इस सड़क का निर्माण दुमका के एमएस कंस्ट्रक्शन के द्वारा सड़क के बीचोबीच लगे बिजली पोल को हटाये बिना किये जा रहा है. ऐसे में हादसा होने की संभावना बनी रहेगी.
उन्होंने बताया कि इन दिनों बालू उठाव पर पूरी तरह रोक है, पर यहां केशो नदी से बालू का उठाव कर प्रयोग किया जा रहा है. मांगने पर बालू का कागजात नहीं दिया गया. संवेदक के जेइ ने बताया कि डंप में 40 से 50 हजार सीएफटी बालू का स्टॉक है, पर डंप यार्ड में मात्र 2500 से तीन हजार सीएफटी बालू दिखा. उन्होंने बताया कि विभाग के कनीय अभियंता निर्माण के बारे में विशेष कुछ नहीं बता सके. ऐसा प्रतीत होता है कि वे कार्य की मॉनीटरिंग नहीं करते.