भाजपा में टिकट को लेकर बढ़ेगी किचकिच

कोडरमा : राज्य में विधानसभा चुनाव में अभी कुछ माह शेष हैं, पर इससे पहले ही कोडरमा विधानसभा सीट से पार्टी की उम्मीदवारी को लेकर किचकिच शुरू हो गयी है. यह हाल तब है जब कोडरमा सीट से खुद शिक्षा मंत्री डाॅ नीरा यादव पिछले विधानसभा चुनाव में जीत कर गयीं थीं. आगामी चुनाव को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2019 12:54 AM

कोडरमा : राज्य में विधानसभा चुनाव में अभी कुछ माह शेष हैं, पर इससे पहले ही कोडरमा विधानसभा सीट से पार्टी की उम्मीदवारी को लेकर किचकिच शुरू हो गयी है. यह हाल तब है जब कोडरमा सीट से खुद शिक्षा मंत्री डाॅ नीरा यादव पिछले विधानसभा चुनाव में जीत कर गयीं थीं. आगामी चुनाव को लेकर पार्टी के अंदर खाने व बाहर दोनों जगह पर प्लॉट बनाया जा रहा है. पार्टी संगठन के नेता विभिन्न कार्यक्रमों व बैठकों में एक साथ तो दिख रहे हैं, पर जब बात विधानसभा सीट पर दावेदारी की आती है तो हर किसी के अपने दावे हैं. ऐसे में आसन्न विधानसभा का चुनाव सत्तारूढ़ भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होनेवाला है.

खासकर यह चुनौती चुनावी मैदान में भले ही न दिखे, पर टिकट बंटवारे के दौरान यह जरूर दिखेगा. जानकारी के अनुसार कोडरमा विधानसभा सीट से जहां खुद शिक्षा मंत्री डाॅ नीरा यादव की प्रबल दावेदारी है, वहीं इसके साथ ही पिछले वर्ष पार्टी में शामिल हुई जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता की भी टिकट को लेकर दावेदारी सामने आ रही है. उन्होंने खुल कर दावेदारी तो नहीं जतायी है, पर सोशल मीडिया पर उनके समर्थक सक्रिय हैं .
इसके अलावा वरिष्ठ नेता व कई बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके रमेश सिंह, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष डाॅ नरेश पंडित व जिला अध्यक्ष रामचंद्र सिंह भी टिकट को लेकर दावेदारी जता रहे हैं. जानकार बताते हैं कि अभी तक खुल कर भले ही पांच ही दावेदार दिख रहे हैं, पर अंदरखाने चुनाव लड़ने की इच्छा अन्य नेता भी रखते हैं, जो समय रहते अपना पत्ता खोल सकते हैं या पार्टी नेतृत्व के पास अपनी दावेदारी जता सकते हैं.
आनेवाले समय में पार्टी नेतृत्व को टिकट फाइनल करने में खासी माथा पच्ची करनी पड़ेगी, साथ ही इसका प्रभार संगठन पर भी दिखेगा. हालांकि, लोग यह भी बताते हैं कि कुछ नेता भाजपा से टिकट मिलना मतलब खुद की जीत तय मान रहे हैं. खासकर लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिली बंपर जीत के बाद ऐसे नेताओं का मनोबल और बढ़ गया है और वे अपनी दावेदारी तेज कर रहे हैं, पर निर्णय तो पार्टी नेतृत्व को ही लेना है.

Next Article

Exit mobile version