प्रतिनिधि, कोडरमा
बच्चा चोर के संदेह में पिटाई कर युवक को जान से मार देने का मामला पुलिस जांच में कुछ और निकला है. जिस युवक की पिटाई से मौत हुई वह कोडरमा रेलवे स्टेशन के टीआरडी (ट्रैक्शन रेलवे डिपू) में ट्रांसफार्मर चोरी करने के उद्देश्य से अन्य तीन लोगों के साथ आया था, पर रेलवे स्टाफ ने इन सभी को देख लिया. इसके बाद तीन लोग तो भागने में सफल रहे, पर 35 वर्षीय सुनील कुमार यादव पिता प्रसाद्धी यादव निवासी छुतहरी कटिया थाना बरकट्ठा जिला हजारीबाग को स्टाफ ने पकड़ लिया.
इसके बाद वहीं पर उसकी पिटाई की गयी. पिटाई के दौरान रक्तस्राव से हालत बिगड़ी तो लोगों ने घायल को अस्पताल पहुंचाया. बाद में युवक की मौत हो गयी. उक्त जानकारी एसपी डॉ एम तमिल वाणन ने रविवार को दी. एसपी ने बताया कि यह मामला मॉब लिंचिंग का नहीं है. हालांकि, मृतक के भाई दिलीप यादव ने जो आवेदन दिया था उसके आधार पर ही प्रथम दृष्टया तिलैया थाना में केस दर्ज किया गया है.
हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रयास किया जा रहा है. इधर, पीट-पीटकर युवक की हत्या कर दिये जाने के विरोध में और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आक्रोशित लोगों ने रविवार सुबह करीब दस बजे रांची-पटना रोड जाम कर दिया. लोग सदर अस्पताल के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे.
जाम की सूचना मिलने पर एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद, थाना प्रभारी आरके ठाकुर पहुंचे. एसडीपीओ ने हत्या के आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया तो लोगों ने सड़क जाम हटाया. इस दौरान करीब आधे घंटे तक सड़क जाम रहा. ज्ञात हो कि शनिवार को पुलिस को दिये आवेदन में मृतक के भाई ने कहा था कि उसका भाई सुनील मजदूरी का काम करता है. मजदूरी को लेकर वह रोजाना ट्रेन से कोडरमा आता-जाता था.
चार अक्टूबर की शाम करीब सात बजे कोडरमा रेलवे स्टेशन लौटने के क्रम में टीआरडी स्टाफ रेलवे कॉलोनी के पास कुछ लोगों ने सुनील को घेर लिया. इसके बाद बच्चा चोर कहकर पिटाई शुरू कर दी. शहर के जेपी हॉस्पीटल में से रात में उसके भाई ने फोन कर बताया कि कुछ लोगों ने मेरे साथ बुरी तरह बच्चा चोर कहकर मारपीट की. मैं अब नहीं बचूंगा. गांव के अन्य लोगों के साथ रात में वह पहुंचा और बेहतर इलाज के लिए भाई को लेकर सदर अस्पताल आया, पर उसकी मौत हो गयी.
मौत से पहले भाई ने बताया कि मारपीट करने वाले लोग आपस में अपना नाम नीरज कुमार, एस घोष, सिकेंद्र पासवान व अन्य बता रहे थे. मारपीट में इनके अलावा कई लोग शामिल थे. लोगों ने पहले बुरी तरह पिटाई की फिर एक कमरे में बंद कर पीटा. बाद में कॉलोनी के बाहर फेंक दिया.
इस सनसनीखेज आरोप के बाद देर रात एसपी, एसडीपीओ व अन्य खुद घटनास्थल पर पहुंचे. जांच में यह बात भी सामने आयी कि रेलवे स्टाफ ने चोरी करते पकड़े गये युवक की पिटाई के बाद मामले की जानकारी रेल पुलिस को दी. ऐसे में रेल पुलिस ने इसे लेने से इंकार कर दिया.