उग्रवाद प्रभावित इलाकों में सड़क तक नहीं
सतगावां के सुदूरवर्ती गलबाती जाने वाली सड़क आज तक नहीं बनी सतगावां :प्रखंड के सुदूरवर्ती व उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र गलबाती, खैराखुर्द, बिझवरिया, नैयाचक आदि गांव आजादी के वर्षों बाद भी मुलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. इन गांवों में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है तो लोग जैसे-तैसे जीवन बीता रहे हैं. इन गांवों की हालत […]
सतगावां के सुदूरवर्ती गलबाती जाने वाली सड़क आज तक नहीं बनी
सतगावां :प्रखंड के सुदूरवर्ती व उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र गलबाती, खैराखुर्द, बिझवरिया, नैयाचक आदि गांव आजादी के वर्षों बाद भी मुलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. इन गांवों में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है तो लोग जैसे-तैसे जीवन बीता रहे हैं. इन गांवों की हालत ऐसी है कि न कोई सड़क की सुधि लेता है और न ही अन्य सुविधाएं मुहैया कराता है.
ग्रामीणों के अनुसार श्रमदान से प्रति वर्ष गलबाती जाने वाली कच्ची पगडंडी को बनाते हैं जो बारिश के बाद बह जाती है. सड़क निर्माण के लिए पूर्व मंत्री स्व रमेश प्रसाद यादव ने 1998 में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कोडरमा की बैठक में पारित कराकर निर्माण का निर्देश दिया था, पर बाद में यह कार्य नहीं हुआ. सड़क निर्माण का सपना सपना ही रह गया. ग्रामीणों के अनुसार कई बार विधायक और सांसद से लेकर प्रखंड और जिले के अधिकारियों से गुहार लगायी, पर समाधान नहीं हुआ.
बाद में लोकतांत्रिक तरीका अपनाते हुए विगत विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार की घोषणा की. इस पर जिले के डीसी के निर्देश पर स्थानीय बीडीओ पहुंचे व चुनाव के बाद सड़क बनाने का आश्वासन दिया, लेकिन यह भी पूरा नहीं हुआ. स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि पूरा इलाका उग्रवाद प्रभावित है, पर सरकार का ध्यान नहीं रहा. अब हम इस बार भी वोट बहिष्कार का निर्णय ले सकते हैं.
बासोडीह से कानीकेंद जाने वाली सड़क भी बदहाल : इधर, प्रखंड के बासोडीह से कानीकेंद जाने वाली सड़क पर माधोपुर बाली महादेव मंदिर स्थित करोडों के लागत से बनी पुल के समीप के रोड की स्थिति बदहाल है.
यहां सड़क के दोनों ओर बड़े गड्ढे हो जाने से रोजाना छोटी मोटी दुर्घटनाएं हो रही है. सड़क की ऐसी स्थिति के कारण वाहन चलाना तो दूर है पैदल चलने में भी समस्या हो रही है. जानकारी के अनुसार इलाके में पडने वाली माधोपुर, गलबाती, खैरा, नैयाचक, सरवाहना, बजनियां, मीरगंज, झरगांव होते हुए बिहार राज्य के गोविंदपुर प्रखंड के सरकंडा होते हुए यह रोड निकल जाती है.
वहीं तमोलिया पुल से नावाडीह होते हुए बाद वाली रोड, आरइओ रोड से समयडीह तरफ जानेवाली सड़क कई स्थानों पर खराब है. सबसे ज्यादा बुरी स्थिति बासोडीह से कानीकेंद सड़क व तमोलिया पुल से नावाडीह तरफ जानेवाली रोड की है. गड्ढेनुमा सड़क में सबसे ज्यादा परेशानी बाइक चालकों को हो रही है. बाइक चालकों ने बताया कि रोड में ऐसे-ऐसे गड्ढे हैं कि दुर्घटना भी हो जाती है. दिन में लोग गड्डा दिख जाने पर बच बचा कर निकल जाते हैं, लेकिन रात के अंधेरे में रोजाना हादसे का शिकार हो रहे हैं.
ग्रामीण अमरेंद्र पांडेय, राजेंद्र पांडेय, रामरतन पांडेय, सच्चिदानंद पांडेय, जयनंदन पांडेय, मिथिलेश पांडेय, भोला पांडेय, पिंटू सिंह, मनीष यादव, उमेश यादव आदि ने बताया कि कि सड़क पर गड्डा हो जाने से लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि बारिश के दिनों में सड़कों पर बने गड्ढों में पानी भर जाने से रोजाना यहां दुर्घटनाएं होती है. इस पर न तो प्रखंड प्रशासन का ध्यान है और न ही जिला प्रशासन व राज्य सरकार का.