– भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रही थीं जिप अध्यक्ष
प्रतिनिधि, झुमरीतिलैया (कोडरमा)
भाजपा से कोडरमा विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रही जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता ने बगावात करते हुए आजसू से चुनाव लड़ने की घोषणा की है. यहां समर्थकों से रायशुमारी को लेकर आयोजित बैठक के बाद उन्होंने भाजपा से इस्तीफा देकर चुनावी मैदान में उतरने को एलान किया. शालिनी ने अपने संबोधन के दौरान भावुक होते हुए शिक्षा मंत्री का नाम लिए बगैर जोरदार हमला किया.
कहा, यहां की जनप्रतिनिधि ने पूरे पांच साल तक जनता के मान सम्मान व व्यवसाय को बचाने के लिए कुछ नहीं किया. सिर्फ सत्ता के मद में चूर होकर भ्रष्टाचार में लिप्त रहीं और अपना ही विकास किया. जन भावनाओं को लगातार ठेस पहुंचाया गया है. विश्व विख्यात माइका व्यवसाय को कुख्यात कर दिया. जब सत्ता निरंकुश हो जाए तो उसे अपदस्थ करने के लिए जनता को आगे आना होता है. राजनीतिक युद्ध धर्म है, राजनीति के लिए कुशल नेतृत्व चाहिए.
पंडित दीनदयाल के एक संदेश का जिक्र करते हुए शालिनी ने कहा कि अगर दल का हाईकमान बुरे प्रत्याशी को टिकट दे देता है तो उसे अपदस्थ करने का अधिकार जनता के पास होता है. मैं पिछले दस सालों से जनता के बीच रही हूं और सभी की समस्याओं को बखूबी समझती हूं. इन समस्याओं के समाधान के लिए बतौर जिप अध्यक्ष प्रयास भी किया है. मैं जानती हूं कि जिस राह पर मैंने चलने का निर्णय लिया है वह मुश्किल भरा है, पर जनता के मिल रहे समर्थन खासकर युवाओं के जोश ने मुझे ऊर्जा दी है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने टिकट न देकर यहां की सवा तीन लाख जनता की भावनओं को छलनी किया है. जब भावनाएं छलनी हो तो क्रांति होती है. मैं आश की किरण बनना चाहती हूं. विश्वास दिलाती हूं कि जनता के मान सम्मान के लिए लडूंगी. भावना में बहकर मैंने कोई निर्णय नहीं लिया है. कोडरमा की जरूरत है कि यहां का जनप्रतिनिधि जात का नहीं जमात की राजनीति करे.
मौके पर आजसू केंद्रीय समिति सदस्य अजीत वर्णवाल, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष जाहिद हुसैन, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष धीरज कुमार, जयनगर जिप सदस्य पवन सिंह, सतगावां जिप सदस्य भुनेश्वर राम, कोडरमा उप प्रमुख बृजनंदन यादव, पार्षद बालगोविंद मोदी, अरुण चंद्रवंशी, अनिल पांडेय, मदन सिंह, मनोज साव, किशोर साव, दिलीप मोदी, कपिलदेव सिंह, मीना साव, भीम साव, देवनंदन यादव आदि मौजूद थे. मंच संचालन डॉ बीएनपी वर्णवाल ने किया.