झारंखड विस चुनाव: कोडरमा में रद्द हो सकता है राजद उम्मीदवार सुभाष प्रसाद का नामांकन
कोडरमा: शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव की कोडरमा विधानसभा सीट पर चुनाव को लेकर पूरी तरह सियासी बिसात बिछने से पहले बड़ा उलटफेर होना तय लग रहा है. यहां से महागठबंधन के तहत राजद के उम्मीदवार सुभाष प्रसाद यादव का नामांकन स्क्रूटनी के दौरान रद्द हो सकता है. अब महागठंबधन नये चेहरे की तलाश कर […]
कोडरमा: शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव की कोडरमा विधानसभा सीट पर चुनाव को लेकर पूरी तरह सियासी बिसात बिछने से पहले बड़ा उलटफेर होना तय लग रहा है. यहां से महागठबंधन के तहत राजद के उम्मीदवार सुभाष प्रसाद यादव का नामांकन स्क्रूटनी के दौरान रद्द हो सकता है. अब महागठंबधन नये चेहरे की तलाश कर रहा है.
राजद प्रत्याशी सुभाष प्रसाद यादव, पिता प्रेमधर राय मूल रूप से हेतनजियोर मधुपुर, थाना शाहपुर जिला पटना के रहनेवाले हैं. वह बिहार के दानापुर निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता हैं और कोडरमा में दाखिल किये गये नाम निर्देशन पत्र में उन्होंने दानापुर का ही वोटर लिस्ट, मतदाता क्रमांक व भाग संख्या के साथ संलग्न किया है, जबकि चुनाव आयोग के नियम के अनुसार किसी राज्य से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए संबंधित राज्य के किसी भी जिले की मतदाता सूची में उक्त उम्मीदवार का नाम दर्ज होना आवश्यक है. जानकार बताते हैं कि सुभाष यादव ने गत शुक्रवार को ही सभी चार सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. उसमें किसी तरह के संशोधन की संभावना अब नहीं है. कोडरमा सीट से अब नामांकन के लिए केवल एक दिन का समय बचा है. शनिवार एवं रविवार को अवकाश के कारण नामांकन प्रक्रिया पूरी तरह बंद है. सोमवार 25 नवंबर को नामांकन की अंतिम तिथि है. यही कारण है कि अंतिम समय में होनेवाले इस उलटफेर से राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल सकते हैं.
लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं सुभाष : कोडरमा सीट से राजद प्रत्याशी सुभाष यादव करीब छह माह पूर्व चतरा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं. उस समय भी उन्होंने दानापुर का ही मतदाता सूची में दर्ज नाम को नाम निर्देशन पत्र में संलग्न किया था. लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों से संबंधित नियम अलग-अलग हैं. लोकसभा चुनाव में देश के किसी भी राज्य की मतदाता सूची में नाम होने पर उम्मीदवार की अर्हता पूरी होती है. जबकि, विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए संबंधित राज्य के किसी भी जिले के मतदाता सूची में नाम होना जरूरी है.
महागठबंधन के प्रत्याशी पर मंथन, बबलू चौधरी के नाम की अनुशंसा !
कोडरमा. महागठबंधन के प्रत्याशी सुभाष यादव के नामांकन को लेकर संशय की स्थिति बन गयी है. ऐसे में महागठबंधन की बैठक शनिवार देर शाम को झुमरीतिलैया में हुई. बैठक में सुभाष यादव के नामांकन रद्द होने की स्थिति में कोडरमा के व्यवसायी बबलू चौधरी के नाम पर महागठबंधन के सदस्यों ने अपनी सहमति जतायी है. सूत्रों के मुताबिक बबलू चौधरी के नाम की अनुशंसा पार्टी हाइकमान को भेजी गयी है. अनुशंसा मिलने के बाद बाद बबलू चौधरी महागठबंधन के प्रत्याशी विधिवत रूप से घोषित होंगे.
किसी भी उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो सकता है या नहीं यह अभी नहीं बताया जा सकता. यह तो स्क्रूटनी में ही स्पष्ट होगा. जहां तक बात रही नियम की तो यह स्पष्ट है कि लोकसभा चुनाव की उम्मीदवारी के लिए देश भर में किसी लोकसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में नाम होना चाहिए, जबकि विधानसभा चुनाव लड़नेवाले उम्मीदवार का नाम उसी राज्य के किसी भी क्षेत्र में होना जरूरी है.
विजय कुमार वर्मा, एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी, कोडरमा