….तैतरोन में नि:शक्तता का प्रकोप, 10 बच्चे प्रभावित

4कोडपी4विकलांगों से जानकारी लेते झामुमो नेता बसंत पांडेय.प्रतिनिधि, जयनगर. प्रखंड की तैतरोन पंचायत अंतर्गत रविदास टोला एक ऐसा टोला है जहां अलग-अलग दस घरों में 10 नि:शक्त बच्चे हैं. इनमें से कोई बोल नहीं सकता, तो कोई सुन नहीं सकता. कोई चल नहीं सकता, तो कोई हाथों से विकलांग है. ये सभी बच्चे बीपीएल परिवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2014 8:01 PM

4कोडपी4विकलांगों से जानकारी लेते झामुमो नेता बसंत पांडेय.प्रतिनिधि, जयनगर. प्रखंड की तैतरोन पंचायत अंतर्गत रविदास टोला एक ऐसा टोला है जहां अलग-अलग दस घरों में 10 नि:शक्त बच्चे हैं. इनमें से कोई बोल नहीं सकता, तो कोई सुन नहीं सकता. कोई चल नहीं सकता, तो कोई हाथों से विकलांग है. ये सभी बच्चे बीपीएल परिवार से हैं. गरीबी की मार से त्रस्त इनके अभिभावक सही ढंग से इनका इलाज भी नहीं करा पा रहे हैं, बल्कि उनका सारा समय अपने नि:शक्त बच्चों की देखरेख में बीत जाता है. बताया जाता है कि जो बच्चे आज नि:शक्त हैं, वे जन्म के समय स्वस्थ्य थे. मगर बाद में अपने आप इनमें नि:शक्तता आ गयी. कई ग्रामीण तो इसे ईश्वर का अभिशाप बताते हैं, जबकि सच्चाई तो यह है कि आज तक इस गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची है. सरकार व जिला प्रशासन क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व पंचायत जनप्रतिनिधियों की भी उन पर आज तक नजर नहीं पड़ी है. झामुमो नेता बसंत पांडेय ने रविदास टोला पहुंच कर मामले की जानकारी ली.आठ बच्चों की स्थिति खराब इस टोला में कई बच्चे नि:शक्त हैं. मगर इनमें से आठ की स्थिति ज्यादा खराब है. इनमें 17 वर्षीय राहुल कुमार दास (पिता भरत दास), 21 वर्षीय किरण कुमारी (पिता बहादुर दास), 19 वर्षीय नीरज कुमार दास (पिता नकुल दास), पांच वर्षीय विशाल कुमार (पिता विजय दास), 10 वर्षीय कल्पना कुमारी (पिता विश्वनाथ दास), 10 वर्षीय छोटीलाल दास (पिता सिकंदर दास) के नाम शामिल हैं.मुख्यमंत्री को अवगत करायेंगेनि:शक्त बच्चों की जानकारी लेने रविदास टोला पहुंचे झामुमो नेता बसंत पांडेय ने बच्चों के अभिभावकों से बीमारी की जानकारी ली. श्री पांडेय ने यहां अब तक स्वास्थ्य टीम नहीं पहुंचने पर चिंता जताते हुए कहा कि वे इस मामले से मुख्यमंत्री को अवगत करायेंगे और राज्य स्तर पर यहां टीम भेजने का आग्रह करेंगे. मौके पर भरत दास, सूरज कुमार गुप्ता सहित बच्चों के अभिभावक मौजूद थे.

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