झारखंड विस चुनाव : सुभाष यादव का नामांकन रद्द, राजद के वैकल्पिक उम्मीदवार अमिताभ कुमार का पर्चा होल्ड पर
कोडरमा:विधानसभा चुनाव में इस बार कोडरमा का राजनीतिक तापमान लगातार उफान पर है. राजद के पहले घोषित हुए प्रत्याशी बिहार निवासी सुभाष यादव का नामांकन पत्र आज रद्द कर दिया गया. झारखंड के मतदाता सूची में उनका नाम नहीं होने के कारण उनका पर्चा रद्द किया गया है. साथ ही राजद के वैकल्पिक उम्मीदवार अमिताभ […]
कोडरमा:विधानसभा चुनाव में इस बार कोडरमा का राजनीतिक तापमान लगातार उफान पर है. राजद के पहले घोषित हुए प्रत्याशी बिहार निवासी सुभाष यादव का नामांकन पत्र आज रद्द कर दिया गया. झारखंड के मतदाता सूची में उनका नाम नहीं होने के कारण उनका पर्चा रद्द किया गया है. साथ ही राजद के वैकल्पिक उम्मीदवार अमिताभ कुमार के नामांकन को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है. उनके नामांकन पर निर्वाची पदाधिकारी कल सुबह 11 बजे फैसला करेंगे.
सुभाष यादव का नामांकन पत्र रद्द होने की आशंका के मद्देनजर आज सुबह उनका पक्ष रखने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला कोडरमा पहुंचे थे. यहां दोपहर करीब 12:00 बजे सुरजेवाला ने एसडीओ सह निर्वाचन अधिकारी विजय वर्मा के सामने सुभाष यादव के नामांकन पत्र को लेकर अपनी दलीलें रखने की कोशिश की, पर बताया जाता है कि एसडीओ ने उनकी दलील सुनने से इनकार कर दिया. जानकारी के अनुसार एसडीओ ने कहा कि आपके पास किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में दलील रखने के लिए ऑथराइज पत्र नहीं है. सुरजेवाला के साथ पांच से अधिक लोगों के कक्ष में प्रवेश पर भी एसडीओ ने आपत्ति जतायी. सूत्रों के अनुसार सुरजेवाला ने सुभाष यादव के पक्ष में दलील रखते हुए चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इस मामले में पूरी तरह से प्रशासन ने अपना दायित्व पूरा नहीं किया. हालांकि मीडिया से बातचीत में उन्होंने इस पूरे प्रकरण पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. जिस प्रकार पिछले पांच वर्षों में यहां से खनिज संसाधनों को भाजपा के लोगों ने लुटा है उसका यहां की जनता वोट की चोट से जवाब देगी. प्रधानमंत्री जल जंगल व जमीन को बचाने की बात करते हैं पर यहां खनिज संसाधनों का जमकर दोहन किया गया है.मुंबई में सरकार बनाने को लेकर चल रहे जोड़-तोड़ व सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सुरजेवाला ने कहा कि कोर्ट के आदेश ने भाजपा व अजित पवार के सहयोग से जो प्रयास किया जा रहा था उस पर प्रजातांत्रिक चोट दिया है. जो लोग गैर संवैधानिक तरीके से सरकार बनाने का प्रयास कर रहे थे उन्हें जवाब मिल चुका है.
सुभाष यादव का नामांकन रद्द
राजद प्रत्याशी सुभाष यादव का नामांकन एसडीओ ने रद्द कर दिया है. सुरजेवाला के द्वारा दलील रखने के बाद एसडीओ ने चार सीट में दाखिल किए गए नामांकन में बिहार के दानापुर का मतदाता सूची में नाम दर्ज होने के जिक्र का हवाला देते हुए नामांकन पत्र को रद्द कर दिया. नियमानुसार किसी भी राज्य के विधानसभा चुनाव में खड़े उम्मीदवार का नाम मतदाता सूची में उसी राज्य के किसी भी क्षेत्र में होना अनिवार्य है.राजद प्रत्याशी सुभाष प्रसाद यादव, पिता प्रेमधर राय मूल रूप से हेतनजियोर मधुपुर, थाना शाहपुर जिला पटना के रहनेवाले हैं. वह बिहार के दानापुर निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता हैं और कोडरमा में दाखिल किये गये नाम निर्देशन पत्र में उन्होंने दानापुर का ही वोटर लिस्ट, मतदाता क्रमांक व भाग संख्या के साथ संलग्न किया है, जबकि चुनाव आयोग के नियम के अनुसार किसी राज्य से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए संबंधित राज्य के किसी भी जिले की मतदाता सूची में उक्त उम्मीदवार का नाम दर्ज होना आवश्यक है.इधर अंतिम समय में राजद से दोबारा नामांकन दाखिल करने वाले अमिताभ कुमार उर्फ बाबू चौधरी के नामांकन पत्र को होल्ड पर रखा गया है.
लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं सुभाष यादव
कोडरमा सीट से राजद प्रत्याशी सुभाष यादव करीब छह माह पूर्व चतरा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं. उस समय भी उन्होंने दानापुर का ही मतदाता सूची में दर्ज नाम को नाम निर्देशन पत्र में संलग्न किया था. लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों से संबंधित नियम अलग-अलग हैं. लोकसभा चुनाव में देश के किसी भी राज्य की मतदाता सूची में नाम होने पर उम्मीदवार की अर्हता पूरी होती है. जबकि, विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए संबंधित राज्य के किसी भी जिले के मतदाता सूची में नाम होना जरूरी है.