Jharkhand news, Koderma news : जयनगर (कोडरमा) : धनबाद- गया रेलखंड (Dhanbad – Gaya Rail Division) पर हीरोडीह स्टेशन (Hirodih Station) के पास मंगलवार सुबह (13 अक्टूबर, 2020) एक दर्दनाक हादसा हुआ. यहां मॉनिंग वॉक करने निकले 2 लोग एक ट्रेन की चपेट में आ गये. मृतकों की पहचान रेभनाडीह निवासी 55 वर्षीय लक्ष्मण राणा एवं 35 वर्षीय सहदेव यादव के रूप में हुई है.
घटना की जानकारी मिलते ही जीआरपी की बजाय स्थानीय जयनगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. हालांकि, शवों के अंतिम संस्कार की तैयारी लोगों ने कर ली थी. सीनियर अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस टीम ने शवों को शमसान घाट से उठाकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, कोडरमा भेजा. इधर, गांव के 2 लोगों की दर्दनाक मौत से मातम का माहौल है.
स्थानीय लोगों के अनुसार, लक्ष्मण एवं सहदेव हर दिन की तरह सुबह 5:30 बजे मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. हल्का कुहासा रहने के कारण तथा ट्रेन के आने की जानकारी नहीं मिलने पर दोनों ट्रेन की चपेट में आ गये और उनकी मौत हो गयी. घटना थाना क्षेत्र के गेडे फैक्ट्री हिरोडीह के पीछे पोल संख्या 383/6 के पास हुई. मृतकों का शव क्षत- विक्षत होने के बावजूद परिजनों ने पहचान की.
घटना की सूचना पाकर थाना से एएसआई धर्मवीर सिंह दलबल के साथ पहुंचे. यहां उन्होंने मुखिया सुरेंद्र प्रसाद यादव से घटना की जानकारी ली. इसके बाद शव को मृतकों के घर के पास लाया गया. यहां ग्रामीण पुलिस प्रशासन से शव का पोस्टर्माटम नहीं कराने की मांग करने लगे, मगर पुलिस इसके लिए तैयार नहीं थी. करीब 2 घंटे की जद्दोजहद के बाद शवों को थाना प्रभारी श्यामलाल यादव की उपस्थिति में पोस्टर्माटम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया. हालांकि, इससे पहले ग्रामीण शव को लेकर श्मशान घाट पहुंचे चुके थे. पुलिस ने श्मशान घाट पहुंच कर शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टर्माटम के लिए भेजा.
इधर, सोशल मीडिया पर घटना को लेकर सुबह में हत्या की आशंका जताते हुए चर्चा वायरल हुई, पर मृतकों के परिजनों ने भी इसे दुर्घटना माना है. परिजनों ने किसी प्रकार का किसी पर भी कोई आरोप नहीं लगाया है.
बताया जाता है कि मृतकों में शामिल लक्ष्मण राणा भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता था. घटना की सूचना मिलने पर बरकट्ठा के विधायक अमित कुमार यादव मौके पर पहुंचे. उन्होंने शवों का पोस्टमार्टम नहीं होने को लेकर एसपी कोडरमा से दूरभाष पर बातचीत की, मगर प्रावधानों का हवाला देते हुए एसपी ने कहा कि ट्रेन से कटकर मौत हुई है. ऐसे में पोस्टमार्टम जरूरी है. बावजूद इसके मृतक के परिजन एवं स्थानीय ग्रामीण मानवता का हवाला देते हुए पोस्टमार्टम नहीं कराने की मांग करते रहे. लगभग 2 घंटे तक यह प्रयास चलता रहा. आखिरकार शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया.
Posted By : Samir Ranjan.