खाना नहीं देने पर पीटते हैं नक्सली

फरियाद : नक्सलियों से त्रस्त ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन से लगायी सुरक्षा की गुहार, कहा सतगावां : नक्सल प्रभावित पंचायत राजाबर व इसके आस-पास के गांव मोचरामो, हरोलवा, फटलहिया, जटहाडीह, बेगना, छपरी, कुसहनिया, डेबोडीह, ठेसवा आदि के सैकड़ों महिला-पुरुष गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय पहुंचे. ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगायी. प्रखंड के अर्धनिर्मित स्टेडियम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2014 10:47 AM
फरियाद : नक्सलियों से त्रस्त ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन से लगायी सुरक्षा की गुहार, कहा
सतगावां : नक्सल प्रभावित पंचायत राजाबर व इसके आस-पास के गांव मोचरामो, हरोलवा, फटलहिया, जटहाडीह, बेगना, छपरी, कुसहनिया, डेबोडीह, ठेसवा आदि के सैकड़ों महिला-पुरुष गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय पहुंचे. ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगायी. प्रखंड के अर्धनिर्मित स्टेडियम में पहुंचे लोगों ने बीडीओ विनोद कुमार कर्मकार व थाना प्रभारी संतोष कुमार के समक्ष अपनी समस्या रखते हुए कहा कि नक्सली उन्हें परेशान कर रहे हैं. थाना प्रभारी व बीडीओ ने ग्रामीणों से बारी-बारी से उनकी समस्याएं सुनीं.
ग्रामीणों ने बताया कि नक्सली उनसे जबरन खाना मांगते हैं. अगर वे खाना नहीं देते हैं, तो मारपीट की जाती है. खाना देने पर पुलिस की नजर में हम दोषी हो जाते हैं. पुलिस पूछताछ के लिए हिरासत में ले लेती है. ऐसे में वे किसकी बात मानें व क्या करें समझ में नहीं आ रहा. नक्सलियों ने जंगल से लकड़ी, दातुन व पत्ता लाने तक पर प्रतिबंध लगा दिया है. जंगल से ही हमलोगों का जीविकोपाजर्न होता है. ऐसे में हमलोगों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. लोगों की बात सुनने के बाद थाना प्रभारी व बीडीओ ने आश्वस्त किया कि किसी भी ग्रामीण को न तो आज तक बेवजह पुलिस ने परेशान किया है और न ही आगे करेगी. अधिकारियों ने ग्रामीणों को नक्सलियों को संरक्षण न देकर निर्भीक होकर गांव में रहने की बात कही. थाना प्रभारी ने कहा कि लोग पुलिस को सहयोग करें.
गांव में अगर वे आते हैं, तो गुप्त सूचना दें. हम उन्हें खदेड़ेंगे. उन्होंने कहा कि आज जिस तरह आपने एकजुटता दिखाते हुए अपनी बात रखी, उसी प्रकार नक्सलियों का विरोध करें. पुलिस का कैंप मोचरामो में होगा. बिहार व झारखंड दोनों तरफ से नक्सलियों के विरुद्ध ऑपरेशन चल रहा है. नक्सलियों ने लोकसभा चुनाव के बाद राजाबार पंचायत भवन को इसलिए निशाना बनाया, ताकि पुलिस यहां कैंप नहीं कर सके, पर पुलिस गांवों तक पहुंची व जनता को सुरक्षा दिया. इसी से नक्सलियों के मंसूबे पर पानी फिर गया है.

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