कोडरमा बाजार : कोडरमा थाना क्षेत्र अंतर्गत कोडरमा घाटी के जमसोती नाला के आगे बीती रात हुई भीषण लूटपाट हुई. लगभग डेढ़ घंटे तक कोडरमा घाटी अपराधियों के कब्जे में रहा. अपराधियों ने न केवल यात्री वाहनों में सवार लोगों से लूटपाट ही की, बल्कि बुरी तरह लाठी–डंडे व टांगी से यात्रियों को घायल कर दिया.
इसके कारण मध्य रात्रि में मौन घाटी भी लोगों के क्रंदन से चीख उठा. ऐसा लगता था कि अपराधियों की मंशा लूटपाट से ज्यादा लोगों के साथ मारपीट करने की थी. पेड़ काट कर गिराने से इस दौरान दोनों ओर से लगभग एक–एक किलोमीटर की दूरी तक वाहनों की कतार लग गयी थी.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक लगभग 40 की संख्या में हथियारों से लैस अपराधी बारी–बारी से दोनों ओर वाहनों में सवार लोगों से मारपीट करते हुए लूटपाट की.
कौन–कौन से वाहन हुए लूट के शिकार : घटनास्थल पर रांची से पटना जा रहे तथा पटना से रांची की ओर लौट रहे वाहनों से लूटपाट की गयी. इसमें बादल बस, मोहली बस, भदौनी बस, हेमकुंट, ट्रक संख्या जेएच-10 आर-1800, मुर्गी लदा वाहन यूपी-70-6350, फोरच्यूनर बीआर-09के-1111, बोलेरो बीआर-22पी-3287, एक मारुति 800 समेत लगभग 35 से 40 वाहनों से लूटपाट की गयी. कुछ वाहनों में सवार लोगों के द्वारा थाना में शिकायत की गई, जबकि कुछ लूटपाट के शिकार लोग घटना के बाद गंतव्य की ओर चले गये.
नौ वर्ष के बाद फिर घाटी सुर्खियों में आया : कोडरमा घाटी में इस तरह की लूटपाट की घटना 2004 के पहले आये दिन होती रहती थी. मगर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मनोज मिश्र के कार्यकाल से लेकर अब तक घाटी शांत था. नये पुलिस अधीक्षक हेमंत टोप्पो के पदभार संभाले लगभग दो महीने हुए, पर घाटी में इस तरह की घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़ा कर दिया है.
स्थानीय भाषा में एक–दूसरे को पुकार रहे थे अपराधी : लूटपाट का शिकार हुए लोगों के मुताबिक सभी अपराधी स्थानीय भाषा का प्रयोग कर रहे थे. इनमें से कुछ का चेहरा ढका हुआ था. घटना के बाद कई लोग सदर अस्पताल में उपचार के बाद रात में ही अपने गंतव्य की ओर चल पड़े, जिससे घायलों की सही–सही जानकारी नहीं मिल पायी. घायलों में से दो को रांची रेफर किया गया है. हजारीबाग से पटना जा रहे युवा दंपति वंदना वर्मा व दीपक वर्मा की स्थिति गंभीर होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद इन्हें रिम्स रेफर किया गया.
भुक्तभोगियों ने बताया आंखों देखा हाल : बिहार जदयू प्रदेश महासचिव के फारच्यूनर कार से रांची से बेगूसराय जाने के क्रम में लूटपाट के शिकार हुए कौशल किशोर शर्मा से एक लाख की नीलम अंगूठी तथा 24 हजार रुपये की लूट हुई. इनके साथ पंकज कुमार व राजीव कुमार भी थे.
पंकज से साढ़े पांच भर का एक सोने का चेन और साढ़े चार भर सोने में भरा रुद्राक्ष का माला, चार भर का सोने का ब्रासलेट, एक मोबाइल व 1300 नकद, जबकि राजीव से साढ़े पांच भर सोने का चेन, दो अंगूठी, 4500 नगद तथा एक मोबाइल लूट लिये गये. घटना के बाद स्थानीय परिसदन भवन में तीनों के चेहरे पर भय साफ दिख रहा था. उन्होंने बताया कि वे लगभग 12:30 बजे घटनास्थल पर पहुंचे. अचानक अपराधियों ने उनके वाहन पर हमला कर दिया.
काफी अनुरोध करने पर मारपीट तो नहीं की, मगर जो कुछ भी उनके पास था उसे लूट लिया. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो अपराधियों की मार से बचा होगा. चारों तरफ अफरातफरी का माहौल था. अपराधियों ने लोगों को मार–मार कर बुरी तरह घायल कर दिया था.
सभी अपराधी लूटपाट के बाद जंगल की ओर भाग गये. उन्होंने बताया कि आनाकानी करने पर कई महिलाओं के साथ भी मारपीट की गयी. मारपीट में किसी का हाथ टूटा, तो किसी के पैर टूटे थे. कई लोगों का तो सिर फोड़ दिया गया.
पत्नी के साथ छेड़छाड़ का विरोध किया तो पति को बुरी तरह पीटा: हजारीबाग से एक यात्री बस में सवार होकर पटना जा रहे युवा दंपत्ति के साथ अपराधियों ने दिल दहला देने वाले घटना को अंजाम दिया. अपराधियों ने घटनास्थल पर हैवानियत का परिचय देते हुए उक्त महिला से सबसे पहले जेवर लूट लिया.
उसके बाद महिला के वस्त्र फाड़ दिए और छेड़छाड़ भी किया. इस पर जब उसके पति ने विरोध किया तो आठ-10 अपराधियों ने उसे गाड़ी से उतारकर लाठी–डंडे से बुरी तरह मार कर अधमरा कर दिया. इस दौरान महिला अपने पति को छोड़ देने की फरियाद करती रही.