मुक्त हुए बैंक मैनेजर प्रमोद सिंह ने सुनायी आपबीती
पांकी (पलामू) : अपहरण के बाद रात में सभी जंगल में ही सोये. अपहर्ताओं ने मेरे साथ बुरा सलूक नहीं किया. भोर के करीब तीन बज रहे थे. आंख खुली, तो देखा कि सभी गहरी नींद में सो रहे हैं. पहले वाच किया, देखा कि कोई जगा तो नहीं है. जब पूरी तरह से आश्वस्त हो गया, तो मौका पाकर वह वहां से निकल भागा.
भाग कर पास के इनातु गांव पहुंचा. ग्रामीणों को जब अपने बारे में बताया, तो उनलोगों ने काफी सहयोग किया. अपने घर में रखा, फिर मुङो हेरहंज थाना ले गये. वहां से पांकी आये हैं. घटना के बारे में बैंक मैनेजर ने बताया कि जब अपहरणकर्ता कार चालक को लौटा रहे थे, तब उन्होंने विरोध किया.
अपहरणकर्ताओं ने मेरे साथ मारपीट भी की. हमलोगों का मोबाइल रख लिया था. एसबीआइ पांकी शाखा के मैनेजर प्रमोद सिंह ने यह नहीं बताया कि आखिर उनका अपहरण क्यों किया है. हालांकि उनके चेहरे पर खौफ साफ तौर पर झलक रहा था.
कैसे हुआ अपहरण
जानकारी के अनुसार, शनिवार को बैंक का काम खत्म होने के बाद शाखा प्रबंधक प्रमोद सिंह, फील्ड मैनेजर अनूप कुमार लाल और लेखापाल एंजल केरकेट्टा बोलेरो में सवार होकर रांची के लिए निकले थे. पांकी–बालूमाथ मार्ग पर तालघाटी के पास आठ–दस की संख्या में हथियारबंद लोगों ने बोलेरो को जबरन रुकवाया.
इसके बाद चालक सहित तीनों बैंककर्मियों को कब्जे में ले लिया. चारों को अगवा कर लिया. सभी को सड़क से 500 मीटर अंदर जंगल में ले गये. करीब दो घंटे बाद हथियारबंद लोगों ने चालक रवींद्र राम को मुक्त कर दिया. वह पांकी थाना क्षेत्र के मंगलपुर गांव का रहनेवाला है. चालक रात करीब नौ बजे पांकी थाना पहुंचा. पुलिस को घटना की सूचना दी. बताया कि वरदीधारी लोगों ने तीनों बैंककर्मियों का अपहरण किया है. सभी फौजी वरदी पहने थे. इसके बाद पुलिस हरकत में आयी.