आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं बच्चे
डोमचांच : दुनिया भर में महंगी कारों की चमक और करोड़ों का कारोबार झारखंड के अबरक खदानों में काम करनेवाले बच्चों की त्रसदी पर टिका हुआ है. कारों के रंग रोगन व सौंदर्य प्रसाधन बनानेवाली विदेशी कंपनियां हमारे इन बच्चों के स्वास्थ्य, बचपन और भविष्य की कीमत पर अरबों डालर कमा रही हैं. विद्युत, इलेक्ट्रॉनिक […]
डोमचांच : दुनिया भर में महंगी कारों की चमक और करोड़ों का कारोबार झारखंड के अबरक खदानों में काम करनेवाले बच्चों की त्रसदी पर टिका हुआ है. कारों के रंग रोगन व सौंदर्य प्रसाधन बनानेवाली विदेशी कंपनियां हमारे इन बच्चों के स्वास्थ्य, बचपन और भविष्य की कीमत पर अरबों डालर कमा रही हैं.
विद्युत, इलेक्ट्रॉनिक और कंप्यूटर के निर्माण में उन अबरक के टुकड़ों का इस्तेमाल होता है, जिन्हें कोडरमा, गिरिडीह व नवादा जिले के बच्चे अपनी जान जोखिम में डाल कर निकालते हैं. उक्त बातें बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी ने सोमवार को कहीं.
डोमचांच के कुसहना में आयोजित ‘बाल मजदूरी के खिलाफ जन संवाद’ कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल हुए. बचपन बचाओ आंदोलन, राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग व राज्य बाल संरक्षण आयोग झारखंड के तत्वाधान में आयोजित जनसंवाद में स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित और बाल मजदूरी जैसी समस्याओं का सामना कर रहे सैकड़ों बच्चे और मुक्त हो चुके बाल मजदूरों ने अपने–अपने गांव में पेश आ रही चुनौतियों को सामने रखा.
कोडरमा, गिरिडीह व बिहार के नवादा के 80 से अधिक गांवों के हजारों लोगों ने इस कार्यक्रम में भागीदारी की. लोगों ने एक स्वर में बाल मजदूरी पर पूर्ण प्रतिबंध के साथ–साथ शिक्षा के अधिकार को पूर्ण रूप से लागू करने की मांग सरकार से की.
इससे पहले जनसंवाद को संबोधित करते हुए सत्यार्थी ने कहा कि हम भारत के अबरक उद्योग से अपील करते हैं कि विदेशी कंपनियों के आगे समर्पण के बजाय अपने अबरक की काम की सही कीमत वसूलें, ताकि बाल मजदूरी कराने के कानूनी और संवैधानिक अपराध करने से बचा जा सके.
उन्होंने कहा कि बचपन बचाओ आंदोलन झारखंड सरकार के साथ मिलकर प्रदेश से बाल मजदूरी समाप्त करने में और शिक्षा का अधिकार लागू कराने में पूर्ण सहयोग का वचन देता है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अभ्रक की कीमत बढ़ाने के मामले में भारत के अभ्रक उद्यमियों से सहयोग करने को तैयार हैं. कार्यक्रम को जिप अध्यक्ष महेश राय, डीडीसी आभा कांशी आदि ने भी संबोधित किया.